ज्ञानेश कुमार सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त
राजीव कुमार के जाने के बाद ज्ञानेश कुमार सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त (EC) बन जाएंगे, क्योंकि उनका कार्यकाल 26 जनवरी, 2029 तक है। चयन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए केंद्र सरकार ने हाल ही में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवालके नेतृत्व में एक खोज समिति का गठन किया है। इस समिति का नेतृत्व भारत के प्रधानमंत्री करते हैं और इसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता के साथ-साथ प्रधानमंत्री की ओर से नामित केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य भी शामिल होते हैं।
विपक्ष ने सोची-समझी रणनीति करार दिया
CEC का कार्यकाल पदभार ग्रहण करने की तिथि से छह वर्ष तक हो सकता है। हालांकि, CEC पैंसठ वर्ष की आयु तक पहुंचने पर सेवानिवृत्त हो जाएंगे भले ही उनका कार्यकाल अभी समाप्त न हुआ हो। इस महीने की शुरुआत में लोकसभा में विपक्ष के नेता ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए CEC और अन्य EC की नियुक्ति की सिफारिश करने वाली चयन समिति से भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) को हटाने पर सवाल उठाया और इसे सोची-समझी रणनीति करार दिया।
मेरा प्रधानमंत्री से एक सवाल है कि… -राहुल गांधी
राहुल गांधी ने संसद में पूछा, “नियम बदल दिए गए हैं। चुनाव आयुक्त का चयन प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और मुख्य न्यायाधीश करते थे। मुख्य न्यायाधीश को उस समिति से हटा दिया गया। मेरा प्रधानमंत्री से एक सवाल है, मुख्य न्यायाधीश को समिति से क्यों हटाया गया?” कांग्रेस नेता आयुक्त एवं अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और पदावधि) अधिनियम, 2023 से CJI को बाहर रखे जाने का जिक्र कर रहे थे।