दिल्ली विधानसभा चुनाव में BJP की जीत पर विदेश में भी जश्न का माहौल, खुश हुए NRI, कही ये बात
Delhi election results 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों पर प्रवासी भारतीय भी नजर रखे हुए थे। दुबई में सेवाएं दे रहे राजस्थान के जयपुर मूल के प्रमुख प्रवासी चिकित्सक प्रोफेसर डॉ. मयंक वत्स ने इस पर सीधे दुबई से तत्काल प्रतिक्रिया दी।
Delhi election results 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 2025 (Delhi election results 2025)और केंद्र व दिल्ली दोनों जगह एक ही दल की सरकार बनने पर दुबई के राशिद अस्पताल, दुबई अस्पताल, दुबई मेडिकल कॉलेज से जुडे पल्मोनोलॉजी, स्लीप मेडिसिन कन्सल्टेंट, इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट और क्रिटिकल केयर मेडिसिन, लेखक और शोधकर्ता प्रमुख प्रवासी चिकित्सक प्रोफेसर डॉ. मयंक वत्स ( Dr. mayank Vats ) ने कहा कि अब दिल्ली न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व में एक उदाहरण बनेगी। इससे कई देशों में रह रहे प्रवासी भारतीयों में भी खुशी की लहर दौड़ गई है और लोग एक दूसरे को बधाइयां दे रहे हैं। इससे गल्फ में भी भारतीय खुश हैं । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi) पहली बार सन 2015 में यूएई पहुंचे थे, आज से ठीक एक साल मोदी ने पहले 14 फ़रवरी 2024 को अबू धाबी में स्वामीनारायण मंदिर का उद्घाटन किया था,तब उनके स्वागत में यूएई के राष्ट्रपति शेख़ मोहम्मद बिन ज़ायेद अल नाह्यान खड़े थे। भारतीय दूतावास की एक रिपोर्ट की मानें तो साल 2021 तक संयुक्त अरब अमारीत में प्रवासी भारतीयों (NRI News in Hindi) की संख्या करीब 3.5 मिलियन है। ध्यान रहे कि डॉ. वत्स कीव यूनिवर्सिटी अस्पताल पोलैंड और एसएमएस अस्पताल जयपुर के विजिटिंग प्रोफेसर हैं।
दुबई में सेवाएं दे रहे राजस्थान के जयपुर मूल के प्रमुख प्रवासी चिकित्सक प्रोफेसर डॉ. मयंक वत्स।
दिल्ली अब और अधिक विकसित और महान बनेगी
उन्होंने कहा कि यह जीत दिल्लीवासियों के लिए एक नए युग की शुरुआत है, जहां विकास, समृद्धि और सुरक्षा सभी के लिए सुनिश्चित होगी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिल्ली चुनाव में जीत हासिल की है और आम आदमी पार्टी (आप) को हार का सामना करना पड़ा है। यह जीत न केवल भाजपा के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि दिल्ली के विकास और समृद्धि के लिए एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिल्ली अब और अधिक विकसित और महान बनेगी।
दिल्लीवासियों ने इस बदलाव को महसूस किया है
डॉ. मयंक वत्स ने कहा कि भाजपा की इस जीत के पीछे कई कारण हैं। सबसे पहले, प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत नेतृत्व दिल्लीवासियों को आकर्षित करता है। उनकी नीतियों और योजनाओं ने देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, और दिल्लीवासियों ने इस बदलाव को महसूस किया है। दूसरे, भाजपा की स्थानीय नेतृत्व क्षमता और जनता के प्रति समर्पण ने लोगों का विश्वास जीता है। भाजपा ने दिल्ली के विकास के लिए एक स्पष्ट रोडमैप पेश किया है, जिसमें बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है।
भाजपा ने जनता की आकांक्षाओं को बेहतर ढंग से समझा
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की हार के पीछे उनकी नीतियों और कार्यशैली में कमियां रही हैं। आप ने दिल्ली में कुछ अच्छे कदम उठाए, लेकिन उनकी नीतियों में स्थिरता और दीर्घकालिक योजनाओं का अभाव था। इसके अलावा, वह दिल्ली में कई मुद्दों पर जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने में विफल रही। इसके विपरीत, भाजपा ने जनता की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को बेहतर ढंग से समझा और उन्हें पूरा करने का वादा किया है।
‘सबका साथ, सबका विकास’ नीति दिल्ली के लोगों को लाभान्वित करेगी
डॉ. मयंक वत्स ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दिल्ली का भविष्य उज्ज्वल है। उनकी योजनाओं और नीतियों के तहत दिल्ली को एक वैश्विक शहर के रूप में विकसित किया जाएगा। बुनियादी ढांचे के विकास, स्मार्ट सिटी परियोजनाओं, और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में तेजी से प्रगति होगी। मोदी की ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति दिल्ली के हर वर्ग के लोगों को लाभान्वित करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार दिल्ली में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को मजबूत करेगी। महिलाओं की सुरक्षा, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर, और बुजुर्गों के कल्याण के लिए विशेष योजनाएं शुरू की जाएंगी। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी नए मानक स्थापित किए जाएंगे, ताकि दिल्लीवासियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
तीन गुना अधिक NRI दुनिया के कई देशों में रहते हैं
उल्लेखनीय है कि नवीनतम अंतरराष्ट्रीय प्रवासी अनुमानों (2020 के बीच तक) लगभग 281 मिलियन भारतवंशी अपने जन्म के देश के अलावा किसी अन्य देश में रहते थे, या 30 साल पहले, 1990 (153 मिलियन) की तुलना में लगभग 128 मिलियन अधिक, और 1970 (84 मिलियन) में अनुमानित संख्या से तीन गुना अधिक NRI दुनिया के कई देशों में रहते हैं।