अभिभावकों ने इसे तालीबानी मानसिकता से जोड़ते हुए की ये मांग
घटना के बाद DC माधवी मिश्रा ने मामले की जांच का आदेश दिया और कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस कृत्य को लेकर पूरे राज्य में बवाल मच गया है। अभिभावकों ने इसे तालीबानी मानसिकता से जोड़ते हुए दोषी प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने इस मामले के संबंध में छात्राओं और उनके अभिभावकों से भी बातचीत की। हम इस पर कार्रवाई कर रहे हैं। हमने इस मामले को गंभीरता से लिया है। हमने इस संबंध में जांच कमेटी बनाई है, जो स्कूल में जाकर इस पूरे मामले की जांच करेगी। जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, हम उसमें कड़ी कार्रवाई करेंगे। माधवी मिश्रा के अनुसार, प्रिंसिपल ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है। प्रिंसिपल का कहना है कि उन्होंने ऐसा कोई भी आदेश नहीं दिया है।
धनबाद डीसी ने कही ये बात
धनबाद की डीसी माधवी मिश्रा ने बताया, “पूरा मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आ चुका है। हम लोगों ने ज़िला स्तर पर SDM की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन हुआ है। कमेटी जांच के लिए स्कूल गई थी और CCTV रूम को सील कर दिया है। कमेंटी जांच में जुटी हुई है। जैसे ही जांच पूरी होगी और जो भी रिपोर्ट आएगी, उसके हिसाब से हम आगे एक्शन लेंगे।”
‘यह बहुत ही शर्मनाक बात है’
छात्राओं के अभिभावकों को अपने बच्चों के एग्जाम को लेकर चिंता थी। इसे लेकर जिला प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि उनकी परीक्षा में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आएगी। अभिभावकों ने बताया कि परीक्षा के बाद बच्चियां एक-दूसरे के शर्ट पर (Pen Day) लिख रही थीं। वे अपनी खुशी जाहिर कर रहे थे और इस बात को लेकर उत्साह जाहिर कर रहे थे कि वे परीक्षा संपन्न होने के बाद कहां होंगे कब मिलेंगे। लेकिन, इस बीच प्रिंसिपल ने छात्राओं को कहा कि आप अपनी शर्ट हमें दे दो और हमें नहीं पता कि आप लोग घर कैसे जाओगे। आप ब्लेजर में जाओ या कैसे भी जाओ, हमें उससे कोई मतलब नहीं है। यह बहुत ही शर्मनाक बात है। यह बहुत ही गलत बात है।
‘…तो स्कूल का इम्प्रेशन खराब होगा’
एक अन्य अभिभावक ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि बच्चों के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए। यह अपने आप में शर्मनाक घटना है। 20 बच्चियों ने अपना शर्ट चेंज किया था और बाकी को ब्लेजर में ही घर जाना पड़ा था। यह बहुत ही शर्मनाक है। स्कूल वालों ने कहा कि अगर आप यह शर्ट पहनकर जाएंगी, तो स्कूल का इम्प्रेशन खराब होगा। अब हमारा सवाल है कि अब जब बच्चियां ब्लेजर में बाहर निकली हैं, तो क्या उनका इम्प्रेशन खराब नहीं हुआ?