“PoK के लोग भारत से गहराई से जुड़े”
रक्षा मंत्री ने कहा, “मुझे पूरा यकीन है कि PoK के हमारे भाई, जो आज भौगोलिक और राजनीतिक रूप से हमसे अलग हैं, वे अपनी आत्मा की आवाज सुनकर भारत के साथ जुड़ेंगे। वह दिन दूर नहीं जब PoK खुद कहेगा, ‘मैं भारत हूं, मैं वापस आ गया हूं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि PoK के अधिकांश लोग भारत के साथ गहरा भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव महसूस करते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर और क्षेत्रीय बदलाव
हालांकि, राजनाथ सिंह ने अपने बयान में ऑपरेशन सिंदूर के विवरण पर सीधे टिप्पणी नहीं की, लेकिन माना जा रहा है कि यह बयान क्षेत्र में हाल के घटनाक्रमों के संदर्भ में है। सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर भारत की रणनीतिक कार्रवाइयों का हिस्सा हो सकता है, जिसका उद्देश्य PoK में स्थानीय लोगों के बीच भारत के प्रति विश्वास को मजबूत करना और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देना है।
“पाकिस्तान को स्वीकार करना होगा”
इससे पहले मार्च 2025 में भी राजनाथ सिंह ने PoK को लेकर एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि PoK के लोग स्वयं भारत में विलय की मांग करेंगे और पाकिस्तान को इसे स्वीकार करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा था कि PoK के लिए पाकिस्तान की सहमति की आवश्यकता नहीं होगी।
भारत की नीति और भविष्य की उम्मीदें
रक्षा मंत्री के इस बयान ने PoK के मुद्दे पर भारत के दृढ़ रुख को फिर से रेखांकित किया है। उन्होंने कहा कि भारत PoK के लोगों को अपने परिवार का हिस्सा मानता है और उनकी वापसी का इंतजार कर रहा है। यह बयान न केवल भारत की कूटनीतिक और रणनीतिक स्थिति को दर्शाता है, बल्कि क्षेत्र में बदलते जनमत और सामाजिक-राजनीतिक गतिशीलता की ओर भी इशारा करता है।
चर्चा का केंद्र बना बयान
राजनाथ सिंह का यह बयान सोशल मीडिया और समाचार चैनलों पर व्यापक चर्चा का विषय बन गया है। कई लोगों ने इसे भारत की मजबूत विदेश नीति और PoK के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण के रूप में देखा है। वहीं, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान क्षेत्र में भारत की सक्रियता और प्रभाव को और बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
PoK भारत का हिस्सा
भारत सरकार की ओर से PoK के मुद्दे पर यह बयान एक बार फिर स्पष्ट करता है कि भारत अपने इस रुख पर अडिग है कि PoK भारत का अभिन्न हिस्सा है और वहां के लोग भारतीय परिवार का हिस्सा हैं। भविष्य में इस दिशा में भारत की रणनीति और कदम क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित करने वाले हैं।