किसके नाम है संपत्ति
ईडी द्वारा अटैच की गई संपत्तियों में काफी संपत्ति आरोपी (दिवंगत) निर्मल सिंह भंगू के नाम की है। इस मामले में जांच एजेंसी द्वारा पहले भी करीब 500 करोड़ रूपये की संपतियों को अटैचमेंट किया जा चुका है यानि अब तक करीब 1262.47 करोड़ की संपत्तियों का अटैचमेंट किया जा चुका है।
50 हजार करोड़ का है चिटफंड
इस मामले में निर्मल सिंह भंगू के दामाद के खिलाफ भी ईडी द्वारा सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर किया जा चुका है। दरअसल, जांच एजेंसी ईडी के मुताबिक ये चिटफंड करीब करीब 50,000 करोड़ का है, पिछले कुछ समय पहले ही इस मामले में जांच एजेंसी ईडी द्वारा पूरक आरोप पत्र यानी सप्लीमेंट्री चार्जशीट (Supplimentry Chargesheet) दायर किया है।
कोर्ट में दायर की सप्लीमेंट्री चार्जशीट
ये सप्लीमेंट्री चार्जशीट जांच एजेंसी ईडी की दिल्ली जोन-01 के द्वारा तफ्तीश के दौरान दर्ज किए गए बयानों और इकट्ठा किए गए सबूतों के आधार पर दिल्ली स्थित ईडी की विशेष कोर्ट में दायर किया गया है। जांच एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक 17 मई 2015 को दिल्ली स्थित ईडी की विशेष कोर्ट में हरसतिंतर पाल सिंह हायेर ( Harsatinder Pal Singh Hayer ) समेत कुछ अन्य आरोपियों के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर किया गया है।
हरसतिंतर पाल सिंह का है महत्वपूर्ण रोल
यदि आरोपी हरसतिंतर पाल सिंह हायेर की अगर बात करें तो इस आरोपी का इस पीएसीएल चिटफंड घोटाला में काफी महत्वपूर्ण रोल रहा है, जिसे जांच एजेंसी के द्वारा खंगाला जा रहा है। यह आरोपी निर्मल सिंह भंगू का दामाद (son-in-law of Late N S Bhangoo ) है ।
इन जगहों पर किया था निवेश
जांच एजेंसी के मुताबिक मेसर्स पीएसीएल द्वारा इकट्ठा की गई धनराशि को हरसतिंतर पाल सिंह हायेर द्वारा नियंत्रित कंपनी मेसर्स एमडीबी हाउसिंग कॉम्प्लेक्स प्राइवेट लिमिटेड ( M/s. MDB Housing Complex Private Limited ) जैसी संस्थाओं में फंड को ट्रांसफर करके मनी लॉन्ड्रिंग किया गया था। इसके साथ ही उसी फंड से बाद में इस आरोपी के द्वारा उसके कई कंपनियों के मार्फत उसी फंड का प्रयोग करते हुए मुंबई , पंजाब ,हरियाणा में कई संपत्तियों में निवेश किया गया था।