क्या है पूरा मामला
घटना शनिवार को उस समय हुई, जब छात्रा ने कॉलेज के प्राचार्य दिलीप घोष से मुलाकात की। छात्रा ने पहले भी HOD समीर कुमार साहू के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज की थी। उसका आरोप था कि साहू ने बार-बार उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया और इनकार करने पर उसका भविष्य बर्बाद करने की धमकी दी। छात्रा ने 1 जुलाई को कॉलेज की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) में औपचारिक शिकायत दर्ज की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने से वह गहरे मानसिक दबाव में थी। उसने एक सप्ताह तक कॉलेज परिसर में विरोध प्रदर्शन भी किया, लेकिन उसकी मांगों को अनसुना कर दिया गया।
प्रिंसिपल से की मुलाकात
शनिवार को छात्रा ने प्राचार्य से मुलाकात की, तो उन्होंने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन कोई तत्काल कार्रवाई का आश्वासन नहीं दिया। इसके बाद छात्रा ने कॉलेज परिसर में पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली। इस घटना में वह 95 प्रतिशत तक झुलस गई और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
अस्पताल में कराया भर्ती
उसे तुरंत बालासोर के जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए भुवनेश्वर के एम्स में भर्ती कराया गया। एक सहपाठी, जो उसे बचाने की कोशिश में कूदा, वह भी 70% जल गया और उसका भी इलाज चल रहा है।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
मामले में शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही उच्च शिक्षा विभाग ने उन्हें और कॉलेज के प्राचार्य को भी निलंबित कर दिया है। राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रिंसिपल ने क्या कहा
मामले में कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप घोष ने कहा कि छात्रा की शिकायत दर्ज कर ली गई है और आंतरिक समिति रिपोर्ट सौंपने की प्रक्रिया में है। उन्होंने कहा कि छात्रा आज मुझसे मेरे कार्यालय में मिली और बताया कि वह अत्यधिक मानसिक दबाव का सामना कर रही है। उसने मुझसे साहू को कार्यालय में बुलाने को कहा और मैंने ऐसा ही किया।
जांच में जुटी पुलिस
घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक (बालासोर) राज प्रसाद ने कहा शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है। कई टीमें साक्ष्य एकत्र कर रही हैं। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे जवाबदेह ठहराया जाएगा।