‘पिछड़े वर्गों और महिलाओं के सशक्तिकरण का उड़ाया मजाक’
भाजपा ने सोनिया गांधी की टिप्पणी की निंदा की है। BJP अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि यह “अत्यंत असम्मानजनक” है तथा यह सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा के प्रति विपक्ष की उपेक्षा को रेखांकित करता है। BJP अध्यक्ष ने कहा, “दुर्भाग्य से यह पहली घटना नहीं है, जब कांग्रेस ने इस तरह की हरकत की हो। राष्ट्रपति जब मोदी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाल रही थीं, तब अपनी सामंती मानसिकता से प्रेरित विपक्ष पिछड़े वर्गों और महिलाओं के सशक्तिकरण का मजाक उड़ाने लगा।’ नड्डा ने कहा कि जानबूझकर ऐसे शब्दों “बेचारी” का प्रयोग करना कांग्रेस पार्टी की अभिजात्यवादी, गरीब-विरोधी और आदिवासी-विरोधी प्रकृति को दर्शाता है। उन्होंने मांग की कि विपक्षी पार्टी बिना शर्त माफी मांगे।
‘आदिवासी महिला का अपमान कर रही कांग्रेस’
भाजपा सांसद सुकांत मजूमदार ने कहा कि कांग्रेस की सामंती मानसिकता इस बात को पचा नहीं पा रही है कि एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनी है। मजूमदार ने कहा, “यह एक अपमानजनक टिप्पणी थी। सोनिया गांधी और राहुल गांधी जैसे नेताओं को इस तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए, खासकर राष्ट्रपति पर। द्रौपदी मुर्मू एक आदिवासी परिवार से हैं और अब वह हमारे देश की सर्वोच्च नागरिक हैं और यह बात कांग्रेस की जमींदारी मानसिकता को स्वीकार नहीं है। इसीलिए वे उनके भाषण का विरोध कर रहे हैं।”
राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं- सोनिया गांधी
राष्ट्रपति मुर्मू ने आज सुबह बजट सत्र की शुरुआत के अवसर पर संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। इस दौरान सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति को बेचारी कह दिया। इसके बाद मीडिया ने संसद के बाहर कांग्रेस नेता से उनकी टिप्पणी के बारे में पूछा। सोनिया गांधी ने कहा, ” भाषण के अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थीं। बेचारी, वह मुश्किल से बोल पा रही थीं।” बता दें कि इस दौरान सोनिया गांधी के दोनों बच्चे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थे।
कांग्रेस पर सामंती होने के पहले भी लग चुके हैं आरोप
भाजपा ने पहले भी कई बार कांग्रेस पर सामंती होने का आरोप लगाया है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदिरा गांधी की गुजरात यात्रा की एक तस्वीर भी याद की, जिसमें दुर्गंध के कारण उन्होंने अपनी नाक के पास रूमाल रखा हुआ था। उन्होंने इंदिरा गांधी के अभिजात्य होने का संकेत देते हुए इसे “मानवता की खुशबू” बताया। ये भी पढ़ें: वित्तमंत्री ने लोकसभा में Economic Survey किया पेश, आर्थिक सर्वेक्षण 2025 से जुड़ी 10 बड़ी बातें राष्ट्रपति मुर्मू ने कही ये बात
राष्ट्रपति मुर्मू ने दिन में अपने संबोधन में विमानन और रेलवे क्षेत्रों में सरकार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि सरकार कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण की दिशा में काम कर रही है तथा इसका लक्ष्य इसे आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने डिजिटल धोखाधड़ी और साइबर अपराध पर भी चिंता व्यक्त की, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौतियां पैदा करते हैं।