खुद ही एकेडमी शुरु करने को पैसे दिए
राधिका के पिता ने कुछ समय पहले ही सवा राधिका को सवा एकेडमी शुरु करने के लिए सवा करोड़ रुपये दिए थे। लेकिन एकेडमी शुरु होने के महीने भर के अंदर ही वह बेटी को उसे बंद करने को कहना लगे। दीपक का तर्क था कि लोग उसे बेटी की कमाई खाने का ताना देते है इसलिए राधिका को एकेडमी बंद कर देनी चाहिए। लेकिन राधिका ने उसकी यह बात नहीं मानी और एकेडमी बंद करने से मना कर दिया।
कैसे एकेडमी की लड़ाई पहुंची हत्या की घटना तक
राधिका के एकेडमी बंद करने से मना करने के बाद करीब 15-20 दिन तक बाप बेटी के बीच इस बात को लेकर लड़ाई चलती रही। इसी तरह घटना वाले दिन भी दोनों के बीच बहस हुई जिसके बाद राधिका रसोई में खाना बना रही थी और उसी समय दीपन ने अपनी लाइसेंस पिस्टल से उस पर गोली चला दी। दीपक ने राधिका को लगातार तीन गोलियां मारी। गोली की आवाज सुन घर के ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद दीपक का भाई कुलदीप यादव और उसका बेटा ऊपर आए और वह राधिका को तुरंत अस्पताल लेके गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
हत्यारे पिता के भाई ने दी पुलिस को जानकारी
आरोपी के भाई कुलदीप ने ही पुलिस को घटना की जानकारी दी जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दीपक को गिरफ्तार कर लिया। कुलदीप ने पुलिस को बताया कि वह और उसका भाई एक ही साथ रहते है। घटना के समय वह घर के ग्राउंड फ्लोर पर था और गोली की आवाज सुन कर वह फर्स्ट फ्लोर पर गया। वहां जाकर उसने देखा की राधिका खून से लथपथ रसोई में पड़ी है और ड्रॉइंग रूम में पिस्टल पड़ी है। उसने बताया कि घटना के समय घर में सिर्फ राधिका, उसके पिता और उसकी मां मौजूद थे। मां ने पुलिस को दिए मौखिक बयान में कहा है कि उसकी तबीयत खराब थी और घटना के समय वह अपने कमरे में लेटी हुई थी।