परिवार ने बढ़ाया हौसला
अभिषेक के पिता ने बताया कि उनका बेटा ने पूरे साल मेहनत की थी और परीक्षा को गंभीरता से दिया था, लेकिन नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं आए। परिवार ने इस असफलता को एक नई शुरुआत का मौका मानते हुए केक काटने का आयोजन किया। इस समारोह में अभिषेक के माता-पिता के साथ उनकी बहन, दादी और अन्य रिश्तेदार भी शामिल हुए। सभी ने मिलकर अभिषेक का हौसला बढ़ाया और उसे अगले साल बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया।
परिवार ने बताई वजह
परिवार का कहना है कि इस आयोजन का मकसद अभिषेक को निराशा से बचाना और उसे यह विश्वास दिलाना था कि असफलता जिंदगी का अंत नहीं है। अभिषेक के पिता ने कहा, “हम नहीं चाहते थे कि वह इस नतीजे से टूट जाए या कोई गलत कदम उठाए। हमने उसे समझाया कि मेहनत और लगन से वह अगली बार जरूर सफल होगा।”
सकारात्मक सोच का बढ़ावा
इस घटना से लोग माता-पिता की इस सकारात्मक सोच की जमकर तारीफ कर रहे हैं। नेटिज़न्स ने इसे एक प्रेरणादायक कदम बताया है, जो आज के दौर में बच्चों पर पड़ने वाले अकादमिक दबाव को कम करने की दिशा में एक बड़ा संदेश देता है। कर्नाटक SSLC परीक्षा के नतीजे 2 मई 2025 को घोषित किए गए थे, जिसमें कुल 66.14% छात्र पास हुए। जो छात्र इस बार पास नहीं हो सके, उनके लिए पूरक परीक्षाएं (सप्लीमेंट्री एग्जाम) 26 मई से 2 जून तक आयोजित की जाएंगी। अभिषेक भी इस मौके का फायदा उठाकर अपनी पढ़ाई को और मजबूत करने की तैयारी में जुट गए हैं।