कब पेश हुआ था भारत का पहला बजट
भारत का पहला बजट 7 अप्रैल 1860 को पेश किया गया था। उस समय भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था, और इस बजट को ब्रिटिश सरकार के प्रतिनिधि और भारतीय वित्त मंत्री रहे जेम्स विल्सन ने प्रस्तुत किया था। यह बजट, ब्रिटिश साम्राज्य के आर्थिक दृष्टिकोण से तो महत्वपूर्ण था, लेकिन इसने भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था पर जो असर डाला, वह एक और गंभीर मुद्दा था, क्योंकि इसे मुख्य रूप से ब्रिटिश हितों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया था।पहले बजट की महत्वपूर्ण बाते
वित्तीय स्थिति1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बाद, ब्रिटिश सरकार को भारत की वित्तीय स्थिति सुधारने की आवश्यकता महसूस हुई। युद्ध की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव था। इस बजट में मुख्य ध्यान भारत की वित्तीय स्थिरता की ओर था।
जेम्स विल्सन ने कई नए करों का प्रस्ताव रखा, जिनमें मुख्य थे मध्यम और उच्च आयकर, कस्टम ड्यूटी, और संपत्ति कर। इन करों का उद्देश्य ब्रिटिश सरकार के लिए राजस्व जुटाना था।
साथ ही, एक नई टैरिफ नीति भी लागू की गई, जिससे आयातित वस्तुओं पर शुल्क बढ़ाया गया, और इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन की आर्थिक नीति के तहत भारतीय बाजार को प्रभावित करना था।
भारतीय रेलवे के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया गया, क्योंकि रेलवे का नेटवर्क ब्रिटिश साम्राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक उपकरण था। इस बजट के जरिए रेलवे के विस्तार और नए मार्गों की स्थापना की योजना बनाई गई।
जेम्स विल्सन ने यह बजट पेश करते समय भारतीय प्रशासनिक ढांचे में सुधार की कोशिश की। इसके तहत भारतीय प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार को कम करने और प्रशासनिक कार्यकुशलता बढ़ाने के प्रयास किए गए।
इस बजट में कुछ राशि सार्वजनिक कल्याण कार्यों के लिए भी निर्धारित की गई, जैसे शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए कुछ प्रस्तावित उपाय। हालांकि यह राशि कम थी, लेकिन यह भविष्य में सुधारों की दिशा में एक कदम था।
देश की अर्थव्यस्था के लिए बजट बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह किसी भी देश, राज्य, या संगठन की आर्थिक योजना का हिस्सा होता है। बजट द्वारा आर्थिक विकास के लिए मार्गदर्शन प्राप्त करती है। भारत के संदर्भ में बजट का महत्व और अधिक बढ़ जाता है, क्योंकि यह न केवल सरकार की आर्थिक दिशा को निर्धारित करता है, बल्कि आम लोगों की जिंदगी पर भी इसका असर देखा जाता है। कुछ बिंदुओं में हम आपको समझाते हैं कैसे देश की अर्थव्यवस्था के लिए बजट अहम भूमिका निभाता है।
- आर्थिक स्थिति
- विकासात्मक योजनाओं के लिए
- संसाधनों का कुशल उपयोग
- कर नीतियों का निर्धारण
- राष्ट्रीय आर्थिक सुरक्षा
- महंगाई पर नियंत्रण
- समान विकास
- नौकरियों का संरचना के लिए