एमपी के ‘इश्कबाज’ अफसर, महिला इंजीनियर ने की रात में घर बुलाने की शिकायत
इस पूरे मामले पर सीएमओ महिंद्र वशिष्ठ ने बताया कि पूर्व कार्यालय अधीक्षक फाइलें देख रहे थे जब मैंने आपत्ति ली तो अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए तू तड़ाके से बात करने लगे। फिर पूछा कि किसकी अनुमति से फाइलें देख रहे हो तो मुझसे ही पूछ डाला तुम कौन हो और जब मैंने कहा मैं सीएमओ हूं तो मैं तुम्हें सीएमओ नहीं मानता और गाली गलौज पर उतर आए। बताया जा रहा है कि राजेंद्र जैन आए दिन नगर पालिका में आकर बिना अनुमति के फाईलें देखते हैं और नपा के काम में हस्तक्षेप करते हैं।
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विवाद के बाद नगरपालिका अध्यक्ष के प्रतिनिधि संतोष चोपड़ा भी मौके पर पहुंचे। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राजेंद्र जैन द्वारा किया गया कृत्य अनुशासनहीनता के दायरे में आता है। राजेंद्र जैन हमारे यहां निजी सहायक के रूप में काम करते हैं। वहीं नेता प्रतिपक्ष योगेश प्रजापति ने कहा कि राजेंद्र जैन को बिना अनुमति के किसी फाइल को हाथ लगाने का अधिकार नहीं है। उन पर नगर पालिका अध्यक्ष स्वाति चोपड़ा को तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए।