खून से ली गईं कोशिकाओं से बनाया वैज्ञानिकों ने पैच खून से ली गईं कोशिकाओं से बनाया। इन्हें स्टेम सेल की तरह फिर से प्रोग्राम किया जाता है। कोशिकाओं को दिल की मांसपेशी और संयोजी ऊतक कोशिकाओं में बदला जाता है। फिर कोलेजन जेल में विकसित कर विशेष सांचे में ढाला जाता है। हेक्सागोनल पैचों को एक झिल्ली पर लगाया जाता है, जो करीब पांच गुणा 10 सेंटीमीटर की होती है।
युवा मांसपेशियों के ट्रांसप्लांट जैसा शोध के सह-लेखक प्रोफेसर वोल्फ्राम-ह्यूबर्टस जिमरमैन ने बताया कि पैच हार्ट फेलियर से जूझ रहे मरीजों में युवा दिल की मांसपेशियां प्रत्यारोपित करने जैसा है। इससे दिल की कार्यक्षमता में सुधार हो सकता है। सीधे दिल की मांसपेशी में कोशिकाओं को इंजेक्ट करने से गांठ (ट्यूमर) बनने या अनियमित धडक़न जैसी समस्याएं हो सकती हैं। नया पैच इन खतरों को कम करता है।