क्या है धमकी का पूरा मामला?
दिल्ली पुलिस के अनुसार, शुक्रवार सुबह जिन स्कूलों को ईमेल के जरिए धमकी मिली। उनमें से कई नामचीन स्कूल शामिल हैं। रिचमंड ग्लोबल स्कूल, सेंट जेवियर्स स्कूल (सिविल लाइन्स), अभिनव पब्लिक स्कूल (रोहिणी) और द सॉवरेन स्कूल प्रमुख रूप से इस सूची में शामिल हैं। कुल मिलाकर 40 से ज्यादा स्कूलों को निशाना बनाया गया है। ईमेल में दावा किया गया है कि स्कूलों की कक्षाओं में विस्फोटक छिपाए गए हैं। ईमेल में लिखा गया है कि स्कूलों में ट्राइनाइट्रोटॉल्यूइन (TNT) जैसे शक्तिशाली विस्फोटक काले प्लास्टिक के थैलों में बहुत चालाकी से रखे गए हैं, जिन्हें ढूंढ पाना लगभग असंभव है। ईमेल में अत्यधिक हिंसक और डरावनी भाषा का प्रयोग करते हुए लिखा गया, “मैं तुम सबको इस धरती से मिटा दूंगा। जब माता-पिता अपने बच्चों के कटे-फटे शव देखेंगे, तब मैं हंसते हुए न्यूज देखूंगा।”
मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं और मेडिकल सिस्टम पर गुस्सा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ईमेल की भाषा से यह भी संकेत मिलता है कि भेजने वाला मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहा है। उसने सिस्टम और चिकित्सकों के प्रति गहरी नाराजगी जताई। ईमेल में लिखा गया है “तुम सबको दुख झेलना होगा। मैं अपनी जिंदगी से नफरत करता हूं। न्यूज देखने के बाद मैं आत्महत्या कर लूंगा। मनोचिकित्सकों और मनोवैज्ञानिकों ने कभी मेरी मदद नहीं की। तुम सिर्फ दवाओं के जरिए लोगों को बेवकूफ बनाते हो। मैं इसका जीता-जागता सबूत हूं कि ये दवाइयां काम नहीं करतीं।” इस बयान से स्पष्ट है कि ईमेल भेजने वाला व्यक्ति अत्यधिक मानसिक तनाव में है और शायद चिकित्सा सहायता से संतुष्ट नहीं रहा है।
पहले भी मिल चुकी हैं ऐसी धमकियां
इस सप्ताह की शुरुआत में बुधवार को भी सात स्कूलों को धमकी भरे ईमेल प्राप्त हुए थे। इससे पहले सोमवार और मंगलवार को भी इसी तरह की घटनाएं सामने आई थीं। लगातार तीन दिनों से राजधानी के स्कूल प्रशासन, अभिभावकों और छात्रों में डर का माहौल बना हुआ है। पिछले कुछ हफ्तों में दिल्ली के कम से कम दस स्कूल और सेंट स्टीफंस कॉलेज भी इसी तरह की धमकियों का सामना कर चुके हैं। इनमें से किसी भी मामले में अब तक कोई विस्फोटक सामग्री बरामद नहीं हुई है।
बम निरोधक दस्ते की कार्यवाही जारी
दिल्ली पुलिस, स्पेशल सेल, बम निरोधक दस्ता (BDS) और डॉग स्क्वाड के साथ मिलकर पूरे घटनाक्रम की गंभीरता से जांच कर रही है। संबंधित स्कूलों को खाली करवाकर उनमें बारीकी से तलाशी ली जा रही है। वहीं, साइबर सेल को ईमेल की ट्रेसिंग का कार्य सौंपा गया है ताकि धमकी देने वाले व्यक्ति का पता लगाया जा सके। दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने वाली बार-बार मिल रहीं धमकियों से बच्चों और उनके अभिभावकों में भी डर का माहौल बन गया है। प्रशासन को अब इन घटनाओं से सख्ती से निपटने के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य और साइबर निगरानी पर भी ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
इन स्कूलों को ईमेल से दी गई बम से उड़ाने की धमकी
दिल्ली में शुक्रवार को 40 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। इनमें भारती पब्लिक स्कूल, हमदर्द पब्लिक स्कूल, न्यू एरा पब्लिक स्कूल, सेंट जेवियर्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, नॉर्थ दिल्ली पब्लिक स्कूल, मीरा नर्सरी स्कूल, दिल्ली इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, प्रूडेंस ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स, द इंडियन स्कूल (दूसरी पाली), मातेर देई स्कूल, डीआईआईएसईजीडीई (दिल्ली सामाजिक शिक्षा एवं शासन विकास संस्थान), दिल्ली जैन स्कूल, जूनियर दिल्ली स्कूल, डीपीएस आर.के. पुरम, डीपीएस वसंत विहार, द ब्रिटिश स्कूल, दिल्ली सिटी स्कूल, फेथ एकेडमी, एमिटी इंटरनेशनल स्कूल, साकेत, द हेरिटेज स्कूल, रोहिणी, डीपीएस रोहिणी, मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल, रिचमंड ग्लोबल स्कूल, कैम्ब्रिज फाउंडेशन स्कूल, दून पब्लिक स्कूल, बिग फेदर इंटरनेशनल स्कूल, सेंट थॉमस स्कूल, द्वारका, ला पेटिट स्कूल, द्वारका, कोठारी हेरिटेज स्कूल, एस.एम. पब्लिक स्कूल, बिड़ला ओपन माइंड्स इंटरनेशनल स्कूल, सेंट प्रयाग इंटरनेशनल स्कूल, पंचशील स्कूल, क्वीन ग्रेस इंटरनेशनल स्कूल, हंसराज मॉडल स्कूल, सेंट्रल एकेडमी, द्वारका, डिसेंट पब्लिक स्कूल, एमजेके पब्लिक स्कूल, सेंट डोमिनिक्स पब्लिक स्कूल और डीपीएस माथुर रोड शामिल हैं।