3.9 करोड़ को खतरा द लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक अगर हालात नहीं सुधरे तो अगले 25 साल में दुनियाभर में 3.9 करोड़ लोग संक्रमणों की चपेट में आ सकते हैं। एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के कारण 1990 से 2021 के बीच हर साल 10 लाख से ज्यादा मौतें हुईं।
सर्वाधिक दवाएं खरीदी शोध में बताया गया कि भारत ने बैक्टीरियल इंफेक्शन से निपटने के लिए सबसे ज्यादा (करीब 80.5 फीसदी) दवाएं खरीदीं, लेकिन महज 7.8 फीसदी मरीजों का सही इलाज हो पाया। इनमें बैक्टीरियल इंफेक्शन में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली दवा टाइगेसाइक्लिन शामिल थी। यह आमतौर पर गंभीर संक्रमणों में दी जाती है।