ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक में बढ़ा तनाव
दरअसल, हाल ही में भारतीय सेना द्वारा अंजाम दिए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद देशभर में सतर्कता का माहौल है। इस ऑपरेशन के तहत मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र में मौजूद आतंकियों के नौ ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। इसमें दावा किया गया कि लगभग सौ आतंकियों को मार गिराया गया। यह करारा जवाब पाकिस्तान को बुरी तरह खल गया है और बौखलाहट में वह भारत के विभिन्न शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की नाकाम कोशिशें कर रहा है। इसी सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए, स्मार्ट सिटी में किसी भी प्रकार के साइबर हमले की आशंका को गंभीरता से लिया गया है। राज्य प्रशासन और पुलिस विभाग द्वारा त्वरित कदम उठाते हुए साइबर अपराधों से निपटने के लिए तीन साइबर थाना की टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। ये टीमें लगातार सोशल मीडिया गतिविधियों, संदिग्ध ऑनलाइन ट्रैफिक, हैकिंग प्रयासों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर फैलाए जा रहे दुष्प्रचार पर नजर बनाए हुए हैं।
स्वाट कमांडो की तैनाती से बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था
सिर्फ साइबर हमलों की आशंका ही नहीं, भौतिक सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी गई है। इसके लिए चार प्रशिक्षित स्वाट कमांडो टीमों को शहर के संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है। ये कमांडो विशेष रूप से प्रशिक्षित होते हैं और किसी भी अप्रत्याशित आपात स्थिति, आतंकी गतिविधि या खुफिया सूचना पर त्वरित कार्रवाई में सक्षम हैं। यह तैनाती शहरवासियों को न सिर्फ सुरक्षा का भरोसा देती है, बल्कि असामाजिक तत्वों को कड़ा संदेश भी देती है।
सीमावर्ती क्षेत्रों में गश्त और चेकिंग तेज
पाकिस्तानी सेना द्वारा शुक्रवार और शनिवार सुबह सिरसा एयरबेस पर मिसाइल हमले का प्रयास किया गया था, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने हवा में ही नाकाम कर दिया। इस घटना के बाद हरियाणा के फरीदाबाद, पलवल और नूंह जिलों की पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया है। सीमावर्ती इलाकों से लेकर शहर के आंतरिक क्षेत्रों तक दिनभर गश्त की जा रही है और आवागमन कर रहे वाहनों की कड़ी जांच की जा रही है। औद्योगिक इकाइयों पर साइबर हमले की आशंका
स्मार्ट सिटी में स्थित कई औद्योगिक इकाइयां देश की सुरक्षा से जुड़े उपकरणों और तकनीकी उत्पादों का निर्माण करती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन इकाइयों को साइबर हमलों से सबसे बड़ा खतरा है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद विदेशी साइबर अपराधी इन इकाइयों को निशाना बनाने की फिराक में हैं। इन्हीं आशंकाओं के आधार पर इन संस्थानों को अतिरिक्त साइबर सुरक्षा प्रोटोकॉल अपनाने के निर्देश दिए गए हैं।
साइबर थाना की टीमें विशेष रूप से इन औद्योगिक परिसरों की ऑनलाइन सुरक्षा व्यवस्थाओं की निगरानी कर रही हैं। वहीं औद्योगिक इकाइयों को भी अपने सर्वर, डेटा सेंटर और नेटवर्क पर मजबूत फायरवॉल तथा एंटी-मैलवेयर उपाय सुनिश्चित करने को कहा गया है।
अधिकारियों की सतर्क निगरानी
जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है। अधिकारियों का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद न सिर्फ पारंपरिक हमलों की बल्कि साइबर अपराधों की भी संभावना अधिक हो गई है। इसलिए पुलिस, सेना और साइबर एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाया जा रहा है।