प्रवेश वर्मा की बात पर भड़की आम आदमी पार्टी
दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को
दिल्ली बजट सत्र में प्रश्नकाल के दौरान दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल की हार पर कमेंट कर दिया। इसपर आम आदमी पार्टी के विधायक भड़क उठे। इस दौरान सदन में नेता प्रतिपक्ष आतिशी की प्रवेश वर्मा के साथ तीखी बहस हो गई। दरअसल, प्रश्नकाल के दौरान मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा “आम आदमी पार्टी के कुछ विधायकों ने मुझसे मुलाकात के दौरान पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की हार पर खुशी जाहिर की।”
पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा के इतना बोलते ही
आम आदमी पार्टी के विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इस दौरान सदन में नेता विपक्ष आतिशी समेत कई विधायकों ने प्रवेश वर्मा से उन विधायकों का नाम बताने को कहा। आम आदमी पार्टी के विधायकों द्वारा बार-बार अरविंद केजरीवाल की हार पर खुशी जताने वाले विधायकों के नाम बताने का दबाव डालने पर प्रवेश वर्मा ने नाम बताने से इनकार दिया। सदन में हंगामा बढ़ता देख पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी के विधायकों से कहा “खुशी जाहिर करने वालों ने नाम ना बताने की कसम दी है।”
सदन से बाहर निकलकर ‘आप’ विधायकों ने किया प्रदर्शन
पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा की बात पर भड़के आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सदन में महिला समृद्धि योजना को लेकर भाजपा सरकार से सवाल पूछा। आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने पूछा “दिल्ली सरकार बताए महिला समृद्धि योजना की पहली किश्त दिल्ली की महिलाओं के खाते में कब आएगी?” इसपर एक बार फिर सदन में हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद आम आदमी पार्टी के विधायक सदन से बाहर आ गए। सदन से बाहर आने के बाद आम आदमी पार्टी की कालकाजी विधायक और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने भाजपा सरकार पर दिल्ली की महिलाओं को धोखा देने का आरोप लगाया। आतिशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा “भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली की महिलाओं से वादा किया था कि आठ मार्च तक उनके खाते में 2500 रुपये की राशि आ जाएगी, लेकिन भाजपा की दिल्ली सरकार ने ये वादा पूरा नहीं किया।”
आतिशी ने आगे कहा “इसके बाद देश के सामने साबित हो गया कि मोदी जी ने झूठ बोला। जब सदन में हमने इसपर सवाल पूछा तो भाजपा ने जवाब नहीं दिया। जब हमारे विधायक ने पूछा कि 2500 रुपये आने की क्या तारीख है तो एक-एक करके सभी सदस्यों को विधानसभा पटल से बाहर निकाल दिया। इसका मतलब साफ है कि आठ मार्च को पैसे नहीं दिए और न ही दिल्ली सरकार का दिल्ली की महिलाओं को पैसे देने का इरादा है। मोदी जी ने गारंटी के नाम दिल्ली के लोगों को धोखा दिया है।”