फसल बीमा योजना कई किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित नहीं हो रही है। बैंक और बीमा कंपनियों के मकडज़ाल में किसान उलझे हुए हैं। खंडवा में बीते 6 साल में खरीफ और रबी के आठ सीजन में 11 लाख 40 हजार 903 किसानों ने बीमा कराया, जिसके लिए उनके खाते से 341 करोड़ रुपए प्रीमियम काट लिया गया। वहीं, अब तक सिर्फ 1 लाख 70 हजार 30 किसानों को ही क्लेम मिला है। इन्हें 141 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।राहत मिली, बीमा का लाभ नहीं
एक रुपए का भी क्लेम नहीं दिया है किसानों का कहना है कि डेढ़ साल पहले सोयाबीन की फसल खराब होने पर शासन ने 155 करोड़ रुपए से अधिक राहत राशि दिया है। लेकिन बीमा कंपनियों ने एक रुपए का भी क्लेम नहीं दिया है। कई बार जिला स्तर पर अधिकारियों से मिले। इसके बाद भी क्लेम नहीं मिला। किसान संगठन मुख्यमंत्री के नाम दो साल में 11 बार आवेदन भी दे चुके हैं।
किसानों का दर्द रघुवीर सिंह रोहणी, किसान, जावर, 20 एकड़ फसल का बीमा करवाया था। करीब 6500 रुपए का फसल बीमा कराया था। निजी स्तर पर 2023 खरीफ सीजन की फसल बीमा हुआ था। सोयाबीन फसल खराब हुई। राहत राशि मिली। फसल बीमा का क्लेम आज तक नहीं मिला।
किसान नेता बोले फसल बीमा किसानों के साथ धोखा है। कंपनी को सरकार 80 % राशि देती है। शेष 20 % किसान भरता है। दो साल पहले सोयाबीन की फसल बर्बाद हुई। सरकार ने 156 करोड़ रुपए राहत राशि दी। क्लेम 200 करोड़ होता है। कंपनी ने सिर्फ एक करोड़ दिए। पॉलिसी नीति बदली चाहिए। जैसे व्यक्ति, वाहनों का बीमा होता। उसी प्रकार प्रति खेत का बीमा होना चाहिए।सुभाष पटेल, जिला महामंत्री, भारतीय किसान संघ
दो साल बाद पैसे वापस किए, लाभ नहीं दिया सरकार जो अंश बीमा कंपनी को देती है। वह सीधे किसानों के खाते में दे। बैंकों से बीमित फसलों की रसीद मिलनी चाहिए। अहमदपुर खैगांव में बैंक ने 10-15 गांवों के किसानों के खाते से प्रीमियम काट लिया। दो साल बाद पैसे वापस कर दिए। किसानों को लाभ नहीं मिला।
त्रिलोक चंद्र पटेल, जिला अध्यक्ष, राष्ट्रीय मजदूर किसान संघ कोर्ट जाएंगे : नरेंद्र पटेल, जिला अध्यक्ष, संयुक्त कृषक संघ वर्ष 2020 से लेकर अब तक किसानों को क्लेम नहीं मिला। कुछ को छोडे़ं तो ज्यादातर को नहीं मिला। कंपनी, कृषि विभाग से सर्वे लिस्ट तक नहीं मिली। क्लेम के लिए अब हाईकोर्ट जाएंगे। पहले रेंडम प्लाट पद्धति से क्लेम तय होता था। अब मालूम ही नहीं होता कैसे तय करते हैं।
अधिकारी बोले- चर्चा करेंगे ; नितेश कुमार यादव, प्रभारी उप संचालक कृषि मामला जानकारी में आया है। इस संबंध में बीमा कंपनी और किसानों से चर्चा कर समस्या दूर कराएंगे। फैक्ट फाइल फैक्ट फाइल
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनासीजन वर्ष बीमित किसान प्रीमियम ( लाख में ) भुगतान किसान क्लेम राशि ( लाख में ) खरीफ-2021 100211 7835.86 72407 704.95 रबी 2021-22 80337 4258.79 34455 217.71
खरीफ-2022 159673 8151.43 49037 358.00 रबी-2022-23 132792 698.65 खरीफ-2023 179128 4846.50 14131 130.00 रबी 2023-24 144825 1495.05 खरीफ-2024 186088 5087.95 रबी-2024-25 157849 1728.27 —————————————————————————————————————–नोट : आंकड़े कृषि विभाग की ओर से जून माह में आयोजित की गई एपीसी की बैठक में प्रस्तुत की गई रिपोर्ट से लिए गए हैं।