समूह की 10 महिलाएं बनी अमृत मित्र नगर निगम में 10 स्व-सहायता समूह की 10 महिलाएं बनी अमृत मित्र, प्रत्येक वार्ड में पानी की परख रहीं गुणवत्ता इस अभियान से स्व सहायता समूह की महिलाएं ‘ अमृत मित्र ’ बन आत्मनिर्भर बन रहीं हैं। साथ ही समूह की महिलाएं को जल प्रबंधन, गुणवत्ता परीक्षण और जल संरचना संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
अमृत मित्र बनी समूह की महिलाएं नगर निगम में ‘ अमृत मित्र ’ बन समूह की महिलाएं शहरी क्षेत्र में समग्र सामाजिक-आर्थिक ढांचे में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। इस पहल से उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति के साथ-साथ उनके जीवन स्तर बदलाव आएगा। सिटी मिशन मैनेजर के अनुसार दीनदयाल राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन स्व-सहायता समूह सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन के शक्तिशाली साधन के रूप में उभरे हैं। महिलाएं अपने सामूहिक प्रयासों और साझा संसाधनों के माध्यम से विभिन्न आजीविका गतिविधियों में भाग ले रही हैं।
समूह की महिलाएं ऐसे बन रहीं आत्मनिर्भर दीनदयाल राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत निगम को ‘ अमृत मित्र योजना ’ का कार्य दिया गया। इस कार्य को 10 स्व-सहायता समूह की 10 महिलाएं कर रहीं हैं। अमृत मित्रों को 1 माह में 15 टेस्ट प्रति वार्ड करना है। प्रति टेस्ट के 48 रुपए अमृत मित्र को भुगतान किया जाएगा। अमृत पोर्टल पर राशि 6.53 लाख रुपए आवंटित है। अमृत मित्र घर-घर जाकर जल गुणवत्ता परीक्षण के दौरान कुल 6 प्रकार के टेस्ट, पीएच, ओडर, कलर, टीडीएस, टर्बिडिटी, क्लोरीन किए जा रहे हैं। सभी अमृत मित्रों को फील्ड टेस्ट किट व पीपीइ-किट नगर निगम की ओर से उपलब्ध कराई गई है।
अमृत मित्र बीमारियों से बचाएंगे नगरीय क्षेत्र में उपयोग हो रहे पानी का अमृत मित्र उनके मानक का परीक्षण कर रहे हैं। पानी पीने योग्य है या नहीं । यदि पीने योग्य नहीं है तो निकाय के सुपरवाइजर को सूचित करेंगे। जिससे अशुद्ध पानी से होने वाली बीमारियों से बचाया जा सके । अमृत मित्र के माध्यम से हम जल प्रबंधन से जुड़ी समस्याओं को निकाय तक आसानी से पहुंचा सकते हैं। योजना के अन्य लाभ के बारे में भी हम अमृत से जानकारी ले सकते हैं।