ट्रंप भारत के प्रति हमेशा उदारवादी रहे हैं लेकिन टैरिफ लगने से भारत में कुछ क्षेत्रों जैसे डेयरी, जवाहरात, ऑटोमोबाइल, मेटल्स इत्यादि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा इनके निर्यात कम होने की संभावना है लेकिन वही दूसरे क्षेत्र टेक्सटाइल, फार्मास्युटिकल, सोलर पैनल, ऑर्गेनिक केमिकल्स इत्यादि में भारत के लिए अवसर की संभावना है क्योंकि भारत के प्रतिद्वंदी देशों पर टैरिफ भारत से ज्यादा है और ऐसे में भारत के उत्पाद कम मूल्य पर उपलब्ध हो जाएंगे। अतः भारत को इसे आपदा में अवसर के रूप में लेना चाहिए और अपने सूक्ष्म, लघु उद्योगों को प्रोत्साहन देना चाहिए तथा उत्पाद की क्वालिटी को विश्व स्तरीय बनना चाहिए जिससे भारत के उत्पादों की मांग बढ़े और भारत पर इस टैरिफ वार का प्रभाव नगण्यता जाए।
— गजेंद्र चौहान कसौदा, जिला डीग