मोबाइल ऐप से वोटिंग एक क्रांतिकारी कदम हो सकता है, जो डिजिटल इंडिया अभियान के तहत एक बड़ी उपलब्धि हो सकती है। लेकिन इसे सावधानीपूर्वक, चरणबद्ध और पारदर्शी तरीके से लागू करना होगा। ये मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने में सुविधा प्रदान कर सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं या जिनके पास समय की कमी होती है। इसके क्रियान्वयन से वोटिंग प्रतिशत में भी अनपेक्षित वृद्धि हो सकती है। – संजय निघोजकर, धार (मप्र)
मोबाइल ऐप से वोटिंग की पहल निश्चित रूप से लोकतंत्र को और अधिक सुलभ और आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यदि सुरक्षा और गोपनीयता संबंधी चिंताओं को प्रभावी ढंग से दूर किया जा सके और सभी वर्गों के मतदाताओं के लिए पहुंच सुनिश्चित की जा सके, तो यह भारतीय चुनावी सुधारों में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां निरंतर नवाचार और सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल की आवश्यकता होगी। – डॉ.अजिता शर्मा, उदयपुर
आधुनिक समय में मोबाइल ऐप से वोटिंग होना मेरे विचार से सर्वोत्तम है क्योंकि ऐसा होने से समय, श्रम,धन और विपरीत परिस्थितियों में बाहर निकल कर वोट डालने की समस्या से पूर्ण निजात मिलना संभव है। भारतवर्ष में सर्वप्रथम बिहार में ऐसा होने जा रहा है जो एक बहुत ही अच्छा प्रयोग कहा जा सकता है। निकट भविष्य में सम्पूर्ण भारत वर्ष में सभी चुनाव इसी प्रकार करवाने से सभी को सुविधा हो जाएगी। – कैलाश चन्द्र मोदी, सादुलपुर
मोबाइल ऐप से वोटिंग की पहल को पूरे भारत में लागू किया जाना सार्थकता की बात है। क्योंकि इस ऐप को लागू करने से पूरे देश में समय की बचत होगी। किसी को भी विशेष समय नहीं देना पड़ेगा। चाहे वह कर्मचारी वर्ग हो चाहे वह निजी व्यापारी वर्ग हो एवं आम जनता हो। साथ ही धन की भी बचत होगी। – सुरेंद्र कुमार बिंदल जयपुर