थानाधिकारी जब्बरसिंह राजपुरोहित ने बताया कि कंटालिया निवासी हाल कोटा सुनील नायक अपनी मां सुशीला के साथ अपने चार साल का बच्चा व तीन साल की बच्ची को उसके ससुराल सवराड़ नायकों की ढ़ाणी में छोड़ कर टेम्पो से भाग गए। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से परिवार जनों के बारे में जानकारी जुटाई। इस पर पुलिस ने दोनों पक्षों को पुलिस थाने में बुलाया गया। पुलिस गुरुवार को बाल कल्याण समिति को दिव्यांग बच्चों व उसके परिजनों को पेश करेगी।
थानाधिकारी जब्बरसिंह ने बताया कि बच्चों के परिजन दादी, पिता व नाना मिल गए हैं। जांच में सामने आया कि बच्चों की मां कोटा में रहती है। कुछ दिन पहले ही वह बच्चों को पिता के पास छोडक़र गई थी। पति पत्नी किसी कारण से अलग रह रहे हैं। अब दादी व पिता ने बच्चों को उनके नाना के पास छोड़ दिया। पुलिस ने सभी परिजनों को पुलिस थाना में बुलाया। पुलिस सभी को बाल कल्याण समिति के सामने पेश करेगी। पुलिस पारिवारिक विवाद की भी गहराई से जांच कर रही है।
बच्चों की स्थिति नाजुक है
डॉ. मनोहर सीरवी ने बताया कि दोनों मासूम बच्चों के हाथ पैर पैरालाइज हैं और आंखों की रोशनी भी नहीं है। तीन साल की बच्ची बीमार है। जबकि चार साल का बच्चा ठीक है। दोनों दिव्यांग बच्चों की डाक्टरों की देखरेख में इलाज चल रहा है।
सुबह छोड़ कर भाग गए थे
सुबह 7 बजे टेम्पो में पिता व दादी नानी के घर बच्चों को छोड़ कर भाग गए थे। टेम्पों में एक महिला व एक पुरुष ने नीचे उतर कर दिव्यांग बच्चों को घर के आगे सडक़ पर ही छोड़ दिया। बाद में उसी टेम्पों से बोरनाड़ी गांव में चले गए। पुलिस ने पिता व दादी को बोरनाड़ी गांव से बुलाया। महेन्द्र प्रजापत ने बताया कि नीले रंग के टेम्पो के आधार पुलिस ने दोनों पक्षों के बारे में जानकारी जुटाई।