तीनों आतंकियों को लंदन से आई कॉल के जरिए सहायता दी गई थी। यह कॉल एक स्थानीय युवक को की गई थी, जिसने आतंकियों की मदद की। पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज की जांच में इस युवक की पहचान हुई, जो होटल में आतंकियों के साथ नजर आया। फुटेज में दिखे दोनों युवक पीलीभीत जिले के गजरौला इलाके के निवासी हैं। इसके बाद, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया।
युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया
पुलिस ने जानकारी दी है कि हिरासत में लिए गए युवकों से पूछताछ जारी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि लंदन से कॉल करने वाला व्यक्ति कौन था और उसका उद्देश्य क्या था। शुरुआती जांच में पता चला है कि कॉल करने वाला शख्स पहले ग्रीस में रह चुका है और फिलहाल लंदन में रह रहा है। क्या है पूरा मामला?
यह मामला पंजाब में पुलिस चौकी पर हुए ग्रेनेड हमले से जुड़ा हुआ है, जो बीते महीने का सातवां हमला था। जानकारी के मुताबिक, हमलावर ऑटो रिक्शा में सवार होकर पुलिस चौकी पहुंचे थे और ग्रेनेड फेंकने के बाद मौके से फरार हो गए थे।
खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स ने ली थी। एक पोस्ट के माध्यम से बताया गया कि यह हमला जत्थेदार भाई रणजीत सिंह जम्मू की अगुवाई और भाई जसविंदर सिंह बागी उर्फ मनु अगवान की देखरेख में किया गया। पोस्ट में यह भी दावा किया गया कि इस हमले का उद्देश्य पंजाब और अन्य राज्यों में सिखों के खिलाफ हो रही अपमानजनक और गलत बातों का जवाब देना था। पंजाब के आठ इलाकों पर की छापेमारी
पुलिस चौकी पर हुए ग्रेनेड हमले के बाद
पंजाब पुलिस तुरंत हरकत में आई। इस घटना के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) ने पूरे राज्य में बड़े आतंकी हमले का अलर्ट जारी किया। एनआईए ने पंजाब के विभिन्न इलाकों में आठ स्थानों पर छापेमारी की, जहां से आतंकी हमले से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुराग मिले। इन सुरागों को पंजाब पुलिस को सौंपा गया, जिसके आधार पर कार्रवाई की गई।
यूपी पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकी
इनपुट्स के आधार पर पंजाब पुलिस ने हमलावरों की तलाश में उत्तर प्रदेश का रुख किया। इस दौरान यूपी के पीलीभीत जिले में पंजाब और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम का आतंकियों से आमना-सामना हुआ। मुठभेड़ के दौरान तीन संदिग्ध आतंकियों को मार गिराया गया। पुलिस के मुताबिक, मुठभेड़ में शामिल तीनों आतंकी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से जुड़े हुए थे।