संगम पर तैर रही हैं फ्लोटिंग सुरक्षा चौकियां
महाकुंभ सिक्यूरिटी के लिए कुल 1026 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। इसमें 71 निरीक्षक, 234 उपनिरीक्षक, 645 आरक्षी व मुख्य आरक्षी और 76 महिला आरक्षी शामिल हैं। यूपी पुलिस ने इस बार ड्रोन, थल और जल में बराबर सुरक्षा प्रबंध की है। संगम पर फ्लोटिंग चौकी को पानी में यात्रा करने वाले, नहाने वाले श्रद्धालुओं को तुरंत मदद पहुंचाने और उनकी सुरक्षा बढ़ाने के लिए अस्थायी तौर पर स्थापित की गई है।
इमरजेंसी में तुरंत होंगी एक्टिव
इस मोबाइल पुलिस इकाई को मुख्य रूप से आपात स्थितियों में तुंरत एक्टिव रहने, मार्गदर्शन और व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी दी गई है।अधिकारियों का कहना है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। फ्लोटिंग चौकी पर आवश्यक सुरक्षा उपकरणों, संचार प्रणाली के साथ जल-आधारित कार्यों और सुरक्षा को संभालने के लिए ट्रेंड लोगों को तैनात किया गया है।
इतनी कड़ी है संगम नगरी की सुरक्षा व्यवस्था
प्रयागराज में सुरक्षा के लिए 113 होमगार्ड व बीआरडी जवान, 11 कंपनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस और 15 कंपनी पीएसी को तैनात किया गया है। जल मार्ग की निगरानी के लिए एक कंपनी दो प्लाटून पीएसी भी लगाई गई है। इसके अलावा 10 वज्रवाहन, 15 ड्रोन, 5 बम निरोधक दस्ता 24 घंटे प्रयागराज में निगरानी के लिए तैनात किया गया है।महाकुंभ मेला DIG वैभव कृष्ण ने बताया कि कुंभ मेल में कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं है। मेला क्षेत्र में किसी भी 2 पहिया या 4 पहिया वाहन को जाने की अनुमति नहीं होगी। हमने मल्टी लेयर बैरियर लगाए हैं।