मर्चरी हाउस पहुंच बिलख रहे लोग
मेडिकल कॉलेज की मर्चरी हाउस पहुंची कोलकाता की रहने वाली मंजू ने बताया कि 29 जनवरी को हम चार लोग संगम पर स्नान करने के लिए पहुंचे थे। वहां पर मेरी मम्मी का हाथ मुझसे छूट गया। भगदड़ के बाद से हम लोग उनको ढूंढ रहे हैं कुछ अता-पता नहीं चल रहा है। न तो पुलिस वाले सहयोग कर रहे हैं ना ही मेला के। कभी इस अस्पताल जाओ तो कभी उस अस्पताल ,कभी पीएम हाउस तो कभी मर्चरी पर। हम लोग परेशान हो गए हैं। रात को सोने की कोई जगह नहीं है।हम सभी इधर से उधर दौड़ भाग कर रहे हैं।
29 जनवरी को मची थी भगदड़
आपको बता दें कि मर्चरी हाउस पर लगातार लोग अपनों को ढूंढते हुए पहुंच रहे हैं और सबका दुख एक ही है। किसी के चाचा गुम हो गए हैं तो किसी के पापा, किसी का भाई तो किसी की मां। सबके चेहरे पर छटपटाहट दिख रही है। सबका यही कहना है कि हम लोग कुंभ में पुण्य कमाने आए थे लेकिन अब अपनों को ढूंढ ढूंढ कर परेशान हो गए हैं। इसी बीच लगातार एम्बुलेंस मर्चरी हाउस पहुंच रही है और मृतकों को लेकर के पीएम हाउस पहुंच रही है। यहां पर जिस व्यक्ति के शव की पहचान हो जा रही है उसका पोस्टमार्टम हो रहा है। लोग पीएम हाउस पर ही अंतिम संस्कार की तैयारी करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वजह यह है कि कोई मृतक बिहार का है तो कोई कर्नाटक का तो कोई मध्य प्रदेश का। इतनी दूर ले जाना उनके परिजनों के लिए संभव नहीं हो पा रहा है।