राम मंदिर ध्वज को लेकर बनाया कीर्तिमान
अनामिका शर्मा ने इससे पहले, 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में श्रीराम मंदिर के ऐतिहासिक उद्घाटन को खास बनाने के लिए 13,000 फीट की ऊंचाई से “जय श्री राम” और श्रीराम मंदिर के ध्वज के साथ स्काई डाइविंग की थी। यह छलांग भी अनामिका ने बैंकॉक में ही लगाई थी। देश में सुविधाओं की कमी के कारण अनामिका को अपने अभ्यास के लिए रूस, दुबई और बैंकॉक जाना पड़ता है।
‘भारत की बेटी होना मेरे लिए गर्व की बात’
भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रति अनामिका की गहरी आस्था है। अपनी ऐतिहासिक उपलब्धि पर अनामिका शर्मा ने कहा, “मैं भारत की बेटी हूं, यह मेरे लिए गर्व की बात है।” महाकुंभ के महत्व पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह आयोजन भारत की शास्त्रार्थ परंपरा का व्यापक स्वरूप है। संगम नगरी में ऋषि-मुनियों, तपस्वियों और धर्माचार्यों की उपस्थिति से यहां का माहौल अपने आप दिव्यता से भर जाता है।
महिला दिवस में संगम में वाटर लैंडिंग की तैयारी
अनामिका शर्मा ने प्रयागराज के मेला अधिकारी और सीएम योगी से मिलने की इच्छा जाहिर की है। अनामिका शर्मा ने बताया कि वह महाकुंभ की समाप्ति के बाद महिला दिवस (8 मार्च) से पहले गंगा-यमुना-सरस्वती के संगम में जल लैंडिंग करना चाहती हैं। वह प्रशिक्षित स्कूबा डाइवर भी हैं। कौन हैं अनामिका शर्मा
अनामिका शर्मा भारत की सबसे कम उम्र की स्काई ‘C’ लाइसेंस प्राप्त महिला स्काई ड्राइवर हैं। अनामिका के पिता अजय कुमार शर्मा एयरफोर्स में रहे हैं और वो खुद स्काई डाइविंग प्रशिक्षक हैं। उन्होंने अपने पिता अजय कुमार शर्मा के प्रोत्साहन से 10 वर्ष की आयु में पहली छलांग लगाई थी। मौजूदा समय में 24 वर्ष की अनामिका अमेरिका के यूनाइटेड स्टेट्स पैराशूट संगठन (USPA) से ‘C’ लाइसेंस प्राप्त हैं।