हालांकि, आग पर काबू पाने में प्रशासन, एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड के प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए। उनके तत्काल और समन्वित प्रयासों ने एक बड़ी त्रासदी को टाल दिया। पुलिस और बचाव दल की सक्रियता ने भगदड़ रोकने और लोगों को सुरक्षित निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस घटना से हमें तीन महत्वपूर्ण सबक मिलते हैं। पहला, ऐसे आयोजनों में अग्निरोधी सामग्री का उपयोग अनिवार्य होना चाहिए। टेंट निर्माण में सुरक्षित सामग्री का इस्तेमाल किया जाए और रसोई गैस सिलेंडरों के लिए अलग और सुरक्षित क्षेत्र निर्धारित किया जाए। दूसरा, आपदा प्रबंधन की तैयारियों को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। बचाव टीमों की त्वरित कार्रवाई सराहनीय रही, लेकिन यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी टीमें हर समय आयोजन स्थल के निकट मौजूद रहें। तीसरा, सूचना और जागरूकता का स्तर बढ़ाया जाए।