CG News: शिक्षकों के पास किताब, लेकिन छात्रों के पास नहीं
शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार देखा जाए तो सितंबर माह में तिमाही परीक्षा कराया जाता है, जिसके लिए पूरे
सिलेबस का करीब 30-35 प्रतिशत कोर्स पूरा कराया जाता है। 16 जून को नया शिक्षण सत्र शुरू हो जाती है। ऐसी स्थिति में जून माह का 15 दिन, जुलाई व अगस्त का पूरा माह के हिसाब से 75 दिनों का समय 30-35 प्रतिशत कोर्स को पूरा करने के लिए मिलता है, लेकिन इस बार तो जून का 15 दिन निकल गया और जुलाई का भी एक सप्ताह निकल चुका है।
अभी भी जिले में मांग के हिसाब से देखा जाए तो काफी कम संया में किताब पहुंच पाई है, जिसके कारण यह माना जा रहा है कि जुलाई का पूरा माह भी
किताबों के वितरण में निकल जाएगा। इसके बाद अगस्त का माह शेष रहेगा जिसमें 15 अगस्त की तैयारी और अन्य अवकाश, जिसके कारण 30-35 प्रतिशत पाठ्यक्रम जो कि तिमाही में आते हैं, 30 दिन ही शेष रह जायेंगे। कुल मिलाकर देखा जाए तो 75 दिनों के कोर्स को 30 दिनों में पूरा कराना रहेगा और इसमें भी रिवीजन का समय नहीं रहेगा। ऐसी स्थिति में तिमाही परीक्षा के परिणाम को लेकर स्कूल प्रबंधकों में संशय की स्थिति बनी हुई है।
बारकोड स्कैन करने में भी लग रहा है समय
जुलाई के पहले पखवाड़े के भीतर अगर किताब पूरी संया में पहुंच भी जाती है तो इस बार किताबों में दिए गए बारकोड को स्कैन करने में करीब सप्ताह भर का समय लग जाएगा और वितरण में सप्ताह भर का समय लगेगा। कुलािमलाकर जुलाई का पूरा माह निकल जाएगा। आंकड़ों में स्थिति
कुल छात्र – 1.38 लाख वितरण – पुस्तक 4.71 लाख स्कैनिंग पुस्तक – 3.58 लाख वितरण – 2.20 लाख
आज से प्रायवेट स्कूलों को वितरण शुरू
अब तक देखा जाए तो डिपो से जिले के सरकारी स्कूलो को किताब वितरण किया जा रहा था। मंगलवार से प्रायवेट
स्कूलों को भी वितरण शुरू किया जा रहा है, जबकि पर्याप्त संया में अब तक जिले में किताब आई ही नहीं है। पिछले सप्ताह जिले में आई किताबों से ही जशपुर जिले को भी वितरण किया गया है।
डीईओ शिक्षा विभाग व्हीके वैंकट राव ने कहा की पाठ्यपुस्तक निगम से जितनी भी किताब मिल रही है उसका तत्काल वितरण किया जा रहा है। स्कूलों में कुछ पुराने किताब हैं जिससे अध्यापन का कार्य शुरू करा दिया गया है।