CG News: परिजनों पर फर्जीवाड़े के गंभीर आरोप
शिकायतकर्ता का कहना है कि वह 1999 से अमेरिका में रह रहा है। उसे वर्ष 2005 में अमेरिकी नागरिकता प्राप्त हो चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके भारत में नहीं होने का फायदा उठाकर उनके परिजनों ने जमीन के नामांतरण के लिए उनके नाम पर स्थानीय पते पर
नोटिस भिजवाया और उनका स्वयं फर्जी हस्ताक्षर करते हुए उसे नोटिस की तमिल भी दिखा दी। जब पीड़ित परिमल पटेल न्यायालय में उपस्थित नहीं हुए तो न्यायालय को धोखा देते हुए प्रकरण में एक्स पार्टी अर्थात एक पक्षीय आदेश जारी करवाते हुए जमीन को परिजनों ने अपने नाम पर करवा लिया।
शिकायतकर्ता ने शिकायत के साथ वह सभी दस्तावेज संलग्न किए गए है। इसमें फर्जी हस्ताक्षर, पासपोर्ट और जब-जब वो अमेरिका से यहां आया, तब की पासपोर्ट में एंट्री के सबूत शामिल हैं। पीड़ित ने पुलिस से मामले में जांच की मांग की है, ताकि दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सके और संपत्ति पर उनका अधिकार बहाल किया जाए। बहरहाल पुलिस इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
जांच के बाद होगी आगे की कार्रवाई
मामले की शिकायत के बाद पुलिस संपत्ति के दस्तावेजों और अन्य साक्ष्यों की जांच कर रही है। यह मामला
एनआरआई संपत्ति विवादों की बढ़ती घटनाओं को उजागर करता है, जहां प्रवासी भारतीयों की अनुपस्थिति का लाभ उठाकर जमीनी हेराफेरी के मामले सामने आते रहते हैं। पुलिस की जांच पूरी होने के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।