CG News: पत्रिका को बयां किया आंखों देखा हाल
पुरानी बस्ती के दीपक अपार्टमेंट गली से 8 लोगों का जत्था शामिल था। वापसी पर पंडित चंद्रशेखर शुक्ला ने पत्रिका से जम्मू कश्मीर का आंखों देखा हाल बयां किया। उन्होंने बताया कि जब सेना का पाकिस्तान पर ऑपरेशन सिंदूर शुरू तो उनका पूरा जत्था जम्मू कश्मीर था। वे लोग 3 मई को ही पहुंच गए थे। चार-पांच बच्चे साथ थे। माता वैष्णो देवी के दर्शन के दौरान कोई दिक्कत नहीं हुई, लेकिन जब वापस लौट कर जम्मू स्टेशन पहुंचे तो धमाके शुरू हो गए थे। इससे पहले वैष्णो देवी, हिमांचल प्रदेश में कांगड़ा देवी, नैना देवी, ज्वाला देवी और चित्तपूर्णा देवी के हमने दर्शन किए। चाक-चौबंद व्यवस्था थी, जवानों ने रुकवाया
जम्मू कश्मीर में आम दिनों जैसी ही चहल-पहल थी। कई जगह लोग जत्थे में माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए पहुंच रहे थे। वहां सुरक्षा जवानों की पुख्ता व्यवस्था थी। ब्लैक आउट के दौरान जवानों की टुकड़ियां रेलवे स्टेशन में काफी सक्रिय थी। यात्रियों को ढांढस बंधा रहे थे कि घबराने की जरूरत नहीं है। जिनकी ट्रेनें सुबह थी, उनके रुकने की व्यवस्था खुद करा रहे थे।
कड़ी सुरक्षा के बीच निकली ऊधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस
दुर्ग से ऊधमपुर के बीच एक्सप्रेस ट्रेन के यात्री भी शनिवार को ऊधमपुर से शनिवार को रायपुर स्टेशन में उतरे। कई यात्रियों ने बताया कि युद्ध के हालात के बीच यह ट्रेन पहुंची थी और वापसी कड़ी सुरक्षा के बीच हुई। स्टेशनों में जवानों की टुकड़ियां अलर्ट थीं, इसलिए डर नहीं लगा। यात्री राम किशोर ने बताया कि पंजाब और जम्मू-कश्मीर के हर स्टेशन में सुरक्षा काफी कड़ी थी।