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साइबर ठगी पर पत्रिका के अभियान का बड़ा इम्पैक्ट, 20 दिन में 62 लोगों ने खुद को बचाया, बताई आपबीती रेंज साइबर पुलिस के मुताबिक सिविल लाइन के उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक शाखा में 104 बैंक खाते संदिग्ध रूप से खोले गए थे। इसकी शिकायत नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल में हुई थी। इसके बाद सिविल लाइन थाने में अपराध दर्ज किया। इसके बाद मामले की जांच रेंज साइबर थाना की टीम ने की। जांच के दौरान म्यूल बैंक खाताधारक 47 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पूरे मामले में बैंक अधिकारियों की भी मिलीभगत सामने आई । इसके बाद बैँक के सेल्स एक्ज्यूक्यूटिव शुभम सिंह ठाकुर, हिमांशु शर्मा, सुमित दीक्षित, अनुपम शुक्ला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
घर जाकर खोलते थे बैंक खाता, फोटो भी खुद ही खींचते थे
जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने
साइबर ठगों के एजेंटों के कहने पर रायपुर से डोंगरगढ़ जाकर बैंक खाता खोला था। ऐसे 24 बैंक खातों का पता चला है, जिसे आरोपियों ने डोंगरगढ़ जाकर खोला था। नियमानुसार ग्राहक को बैंक स्वयं जाकर खाता खुलवाना था। इसके अलावा आरोपियों कई ग्राहकों का फोटो भी खुद ही खींच लेते थे और तत्काल बैंक खाता खोल देते थे। साइबर ठगों के एजेंटों के कहने पर कई लोगों का खाता आसानी और जल्दी खुलवाते थे। कई बार जो ग्राहक फोटो लेकर नहीं आते थे, तो उन्हें बैंक के पीछे ले जाकर उनका फोटो खींचते थे। उसी फोटो का इस्तेमाल करके बैंक खाता खोल देते थे।
टारगेट पूरा करने नहीं देते थे ध्यान
आरोपियों को बैंक हर महीने 10 बैंक खाता खोलने का टारगेट देती थी। इसके अलावा 50 हजार रुपए तक इंसेटीव भी देती थी। इसके अलावा साइबर ठगों के ब्रोकर और एजेंटों के जरिए भी काफी फायदा मिलता था। इसके चलते आरोपियों ने बिना जांच-पड़ताल और नियमों की अनदेखी करते हुए बैंक खाता खोलते थे। उल्लेखनीय है कि पुलिस ऑपरेशन साइबर शील्ड चला रही है। इसके तहत 20 टीमें बनाकर अलग-अलग शहर से 68 साइबर ठग, एजेंट, म्यूल बैंक खाताधारकों को गिरफ्तार कर चुकी है। रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा ने कहा जांच के दौरान आरोपियों द्वारा बैंक के केवायसी नियमों का उल्लंघन करके बैंक खाता खुलवाया गया है। आरोपियों ने साइबर ठगों के एजेंटों-ब्रोकरों से मिलीभगत करके कई म्यूल बैंक खाता खोला है। मामले की अभी और जांच की जा रही है।