पूजा-अर्चना के बाद कांवरियों का जत्था विंध्यवासिनी मंदिर पहुंची। यहां अच्छी बारिश और शहरवासियों की खुशहाली के लिए माता विंध्यवासिनी को बेल पत्र चढ़ाकर पूजा-अर्चना की गई। सुबह 8.30 बजे रिमझिम बारिश के बीच रामबाग चौक से कांविरयों ने शिवजी की पालकी लेकर गाजे-बाजे के साथ शिव भक्ति की धुन में नाचते-गाते कांवरयात्रा निकाली।
यात्रा शहर के गणेश चौक, चमेली चौक, सदर बाजार, मठ मंदिर चौक, बालक चौक होते हुए मकई चौक, रत्नाबांधा चौक से होते हुए नागेश्वर महादेव मंदिर में कांवरियों ने पूजा-अर्चना की। यहां समिति की ओर से कांवरियों को फल और दूध का वितरण किया गया। बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद कांवरयात्रा का समापन हुआ। कांवर यात्रा में गोपाल वाधवानी, दाऊ कृष्ण कुमार गुप्ता, मुकेश सुखवानी, दुष्यंत कुमार, चुनेश्वर यादव, सुरेन्द्र गुप्ता, गौतम वाधवानी, लखन, जीत्तू, महेश महावर समेत बड़ी संया में श्रद्धालु मौजूद रहे।
Sawan Shivratri 2025: अच्छी बारिश के लिए हुआ दुग्धाभिषेक
नागेश्वर महादेव मंदिर में सोमवार के इस विशेष संयोग में शहरवासियों की खुशहाली की कामना को लेकर मंदिर समिति की ओर से दुग्धाभिषेक का आयोजन किया गया। यहां भगवान शिव को बेल पत्र, गंगाजल, दूध और सुगंधित द्रव्यों से षोडशोपचार पूजन किया गया। इस दौरान समिति के सदस्य व श्रद्धालु बड़ी संया में मौजूद रहे।