अस्थाई अस्पताल में चला रेस्क्यू ऑपरेशन, हर घायल को मिला उपचार
घायलों को नजदीकी अस्थाई अस्पताल में पहुंचाया गया जहां सीएमएचओ डॉ. हेमंत बिंदल और पीएमओ डॉ. रमेश रजक खुद टीम के साथ मौजूद रहे। ऑक्सीजन सिलेंडर, जीवन रक्षक दवाएं, स्ट्रेचर, और नर्सिंग स्टाफ तत्परता से तैयार थे। गंभीर रूप से घायल जवानों को आर.के. जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। इसी बीच जिला कलक्टर असावा प्रत्येक घायलों का हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे। सबकी कुशलक्षेम पहुंची।
5 मिनट में सभी राहत दल ऑन स्पॉट, समन्वय ने बढ़ाया आत्मविश्वास
यह मॉक ड्रिल न केवल एक आपातकालीन अभ्यास था, बल्कि प्रशासन की तैयारियों का लाइव टेस्ट भी था। पुलिस, चिकित्सा दल, अग्निशमन विभाग, नगर परिषद, एनसीसी, एनएसएस, भारत स्काउट्स एंड गाइड्स, माय भारत व अन्य स्वयंसेवी संगठन सभी ने मिलकर एक रियल क्राइसिस जैसे हालात में अनुशासन और समन्वय का शानदार उदाहरण पेश किया।
जिला कलेक्टर की टिप्पणी
“सभी दलों की तत्परता सराहनीय, इसी अलर्टनेस की भविष्य में आवश्यकता है। मॉक ड्रिल के समापन पर जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने प्रत्येक टीम से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनकी सक्रियता की प्रशंसा की।उन्होंने कहा कि यह ड्रिल भविष्य की किसी भी आपदा के लिए हमारी तैयारियों को दर्शाती है। हमारी प्राथमिकता हर नागरिक की सुरक्षा है और इसमें किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”