495 वर्गकिमी में फैला अभ्यारण्य
टॉडगढ़-रावली अभ्यारण्य 495.27 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला है। यहां पर पैंथर, रीछ, जंगली सूअर, लंगूर, लकड़बग्घा, लोमड़ी, सियार, खरगोश सहित अन्य वन्यजीव हैं। बारिश के दौरान यहां पर पहाड़ों से गिरते झरने और चहुंओर फैली हरियाली पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है। यहां पर अंग्रेज के शासन काल में बना एक रेस्ट हाउस भी है। यह होगा फायदा
- रावली-टॉडगढ़ क्षेत्र में व्यवस्थित और सुनियोजित विकास होगा
- बुनियादी सुविधाओं में विकास होगा और योजना बनाई जा सकती है।
- पर्यावरण संरक्षण के लिए नवीन योजनाएं बनाई जा सकेगी।
- क्षेत्र में पर्यटन, व्यवसाय और उद्योग के विकास को बढ़ावा मिलेगा
- निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और सुविधाओं में इजाफा होगा।
जोनल मास्टर प्लान का सर्वे जारी
रावली-टॉडगढ़ का जोनल मास्टर प्लान बनाने के लिए सर्वे आदि का काम जारी है। इसमें करीब दो माह का समय लगेगा। इसके बाद आपत्तियां आदि आमंत्रित की जाएगी। जोनल मास्टर प्लान बनने से व्यवसायिक गतिविधियों के साथ ईको ट्यूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।
- कस्तूरी प्रशांत सुले, उप वन संरक्षक राजसमंद