तहसीलदार ने मामला किया अनसुना तो जनसुनवाई के दौरान उठाया कदम
दशरथ का कहना है कि उसके पिता के नाम की जमीन कतिपय लोगों ने खरीद ली और बुजुर्ग पिता से हस्ताक्षर भी करवा लिए। जब इस मामले को लेकर उन्होंने तहसील में नामांतरण पर आपत्ति जताई तो, तहसीलदार ने उनकी किसी भी बात को अनसुना कर दिया। वहीं रोकने पर भी जमीन का नामांतरण कर दिया गया। अब किसान इस मामले को लेकर मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान पहुंचा और कलेक्टोरेट में केरोसिन डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की।ये भी पढ़ें: सांसद ने लोकसभा में उठाया मुद्दा, शिवराज सिंह बोले- एमपी के किसानों को जल्द मिलेगी खुशखबरी