आवश्यकता और पूर्ति की इस खाई को पाटने के लिए अब कुछ बड़ी कंपनियां भी इस मुहीम में आगे आ रही है। ऐसे ही एक अभियान एलजी इलैक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड ने भी शुरू किया है। कंपनी के सहारनपुर प्रतिनिधि ने बताया कि कोलकाता में लगाए गए 90 से अधिक रक्तदान शिविरों में मिली 9500 से अधिक यूनिट रक्त एकत्रित होने के बाद अब कंपनी वेस्ट में भी इस अभियान को शुरू करने जा रही है। इस क्रम में यूपी के अयोध्या और सहारनपुर में रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे। इसके लिए कंपनी ने एक माइक्रो साइट लाच की है जिस पर रक्तदाता रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। कंपन का दावा है कि उनके पास अभी तक 12 हजार रक्तदाता रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। इस मुहीम में केयर टुडे फंड भी साथ दे रही है।
आईएमए सहारनपुर के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर कलीम अहमद का कहना है कि थैलीसीमिया के रोगियों के अलावा सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले लोगों के सबसे अधिक रक्त की आवश्यकता होती है। उन्होंने यह भी बताया कि रक्तदान करने से शरीर में कभी कोई बीमारी या कमजोरी नहीं होती बल्कि इसके विपरीत रक्तदान करने वाले लोग स्वस्थ रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सभी को अपने जीवन में रक्तदान करना चाहिए। बताया कि भारत में 18 से 65 साल की उम्र के लोग स्वेच्छा से रक्तदान कर सकते हैं। रक्तदान के समय रक्तदाता का वजन कम से कम 45 किलोग्राम होना चाहिए। रक्तदाता स्वस्थ और हैपेटाइटिस बी, हैपेटाइटिस सी, एड्स या अन्य किसी संक्रामक रोग से ग्रसित ना हो।