कौन हैं अनुज चौधरी और क्यों हैं सोशल मीडिया पर चर्चा में ?
Anuj Choudhary Sambhal: संभल के CO अनुज चौधरी होली और जुमे पर बयान देकर चर्चा में हैं। उनके बयान को सीएम योगी ने समर्थन दिया, जबकि विपक्ष ने विरोध जताया। सोशल मीडिया पर बहस जारी है।
Anuj Choudhary Sambhal Police: संभल के सर्कल ऑफिसर (CO) अनुज चौधरी इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में हैं। होली और जुमे की नमाज को लेकर दिए गए उनके बयान ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में बहस छेड़ दी है।
अनुज चौधरी ने कहा था “जुमा साल में 52 बार आता है, लेकिन होली साल में एक बार। अगर मुस्लिम समुदाय के लोगों को लगता है कि होली के रंग से उनका धर्म भ्रष्ट हो जाएगा, तो उन्हें उस दिन अपने घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए।”
अनुज चौधरी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर विरोध और समर्थन दोनों की बाढ़ आ गई। विपक्षी दलों ने इसे संवेदनहीन और भेदभावपूर्ण करार दिया, जबकि समर्थकों ने इसे साफगोई और हकीकत बयानी बताया।
योगी आदित्यनाथ ने किया समर्थन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अनुज चौधरी के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा “अनुज चौधरी एक पहलवान हैं, अर्जुन अवॉर्ड विजेता और पूर्व ओलंपियन हैं। पहलवान की भाषा ऐसी ही होगी, और कुछ लोगों को सच्चाई बुरी लगती है, लेकिन उसे स्वीकार करना चाहिए।”
अनुज चौधरी पूर्व अंतरराष्ट्रीय पहलवान हैं। अनुज चौधरी भारत के लिए कुश्ती में खेल चुके हैं। अर्जुन पुरस्कार विजेता रहे हैं। उन्हें कुश्ती में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। स्पोर्ट्स कोटे से भर्ती होकर वे उत्तर प्रदेश पुलिस में डिप्टी एसपी बने और फिलहाल संभल जिले में CO के पद पर तैनात हैं।
सोशल मीडिया पर क्यों वायरल हो रहे हैं?
अनुज चौधरी होली और जुम्मे को लेकर विवादित बयान दिए थें। उनके बयान को लेकर #AnujChaudhary ट्रेंड कर रहा है। सीएम योगी ने उनके बयान का समर्थन किया है। जब मुख्यमंत्री ने उनके बयान को सही ठहराया, तब मामला और गरमा हो गया। पहलवानी बैकग्राउंड और उनकी कुश्ती की उपलब्धियां भी चर्चा का विषय बनी हुई हैं। AAP सांसद संजय सिंह और अन्य विपक्षी नेताओं ने उनके बयान पर आपत्ति जताई, जिससे मामला और बढ़ गया।
क्या होगा आगे?
संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बिना अनुमति के कोई भी अधिकारी सार्वजनिक बयान न दे। हालांकि, सोशल मीडिया पर अनुज चौधरी को लेकर बहस जारी है और यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस पूरे मामले को कैसे संभालता है।