डूंडासिवनी थाना क्षेत्र में भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के पूर्व जिलाध्यक्ष की गला रेतकर हत्या के बाद एक गड्ढ़े में बोरी में भरकर फेंके गए शव से बड़ा सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल मृतक दो दिनों से लापता था। परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। वहीं जिस जगह मृतक का शव मिला है वहां पास में एक पुराना मकान है। जिसमें कोई रहता नहीं है। इसके अलावा आसपास कई मकान बने हुए हैं। जिसमें लोग रह रहे हैं। पुलिस की शुरुआती जांच में अब तक किसी ने हत्या होते या फिर शव को छुपाते देखने की बात नहीं कही है। 10 जुलाई को मृतक की स्कूटी घर से कुछ दूरी पर झाड़ी में मिली थी। इसके बाद पुलिस के साथ परिजनों ने उनकी तेजी से तलाश शुरु की। शुक्रवार को मृतक के भाई पंकज और उनके साथी खोजते हुए मानेगांव पहुंचे तो उन्हें मकान के पीछे पानी भरे गड्ढ़े में शव होने की जानकारी हुई। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। हालांकि उस समय पंकज को यह नहीं पता था कि शव उनके भाई सोनू की ही है।
हत्या की सूचना जैसे ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को लगी वे तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। एसपी सुनील मेहता ने घटनास्थल का मुआयना कर दिशा निर्देश दिए। बताया जाता है कि वार्ड नंबर-4 में वर्ष 2009-2015 तक मृतक की भाभी पार्षद रही थी। मृतक सोनू ही अधिकतर कामकाज संभालते थे। व्यवहार कुशल भी थे। हालांकि हत्या की वजह किसी को समझ में नहीं आ रही है। पुलिस की शुरुआती जांच में किसी से कोई पुरानी रंजीश भी सामने नहीं आई है। पुलिस घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।
जिस तरह से भाजपा नेता की गला रेतकर हत्या करने के बाद शव को बोरी में भरकर पानी भरे गड्ढ़े में छुपाया है, उससे यही प्रतीत होता है कि आरोपी पहले से ही हत्या की योजना बना चुके थे। हत्या करने के बाद आरोपियों ने शव को गड्ढ़े में फेंक दिया और फिर पत्थर से दबा दिया। पुलिस संदेह के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। ऐसे में जल्द ही हत्या के खुलासा होने की उम्मीद है।