खरीफ सीजन में इस साल लगभग 4.53 लाख हेक्टेयर में बोवनी की गई है। जबकि पिछले साल का रकबा भी लगभग इतना ही था। उड़द का रबका 12 हजार एवं मूंक का रकबा पांच हजार हेक्टेयर बढ़ गया है। वहीं मक्का की रकबा की बात करें तो रकबा पिछले साल की अपेक्षा पांच हजार हेक्टेयर घटा है। दरअसल कई किसानों ने दोबारा मक्का के फसल की बोवनी कर दी थी। इसलिए रकबा घट गया है।
जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष खरीफ सीजन में दो लाख हेक्टेयर में धान की बोवनी हुई थी। इस बार भी लगभग उतनी ही है। वहीं मक्का की बात करें तो इस बार 1.80 लाख हेक्टेयर में बोवनी की गई है। पिछले वर्ष 1.88 हेक्टेयर में हुई थी। वहीं दलहन इस बार 47 हजार हेक्टेयर एवं तिलहन की 18 हजार हेक्टेयर में बोवनी की गई है।