कहा कि नगर में शंकर मढिय़ा के सामने व नगर पालिका परिषद कार्यालय के सामने, जबलपुर रोड पर ज्यारत नाका क्षेत्र में, बुधवारी तालाब के दक्षिण-पूर्व हिस्से के सामने नाला हर साल बारिश के दिनों में समस्या का कारण बनता है। यहां जलभराव की स्थिति निर्मित होती है। जिससे घरों और दुकानों में पानी भरता है। कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के विजन के मुताबिक आगामी 50-60 वर्षों की स्थिति को देखते हुए कार्य स्वीकृत किए जा रहे हैं। इसी के तहत नागपुर-जबलपुर रोड को भी टू-लेन से फोर-लेन करने स्वीकृति दी गई है। जिसमें सिवनी नगरीय क्षेत्र के मुख्य मार्ग पर दोनों ओर आधुनिक चौड़ी सडक़ के साथ ही मध्य में एक मीटर का डिवाइडर, बस स्टैंड में पथ वे ओवर ब्रिज, मार्ग के दोनों ओर आधुनिक नाला-नाली निर्माण, जो तकनीकी रुप से मजबूत हो। जिससे मार्ग के दोनों ओर जमा होने वाले पानी का ड्रेनेज सिस्टम बेहतर हो जाए। इसके साथ ही मार्ग के दोनों ओर आधुनिकतम पटरी, सोल्डर निर्माण का भी प्रावधान है, किंतु वर्तमान में निर्धारित तरीके से सडक़ चौड़ीकरण, नवीनीकरण व अन्य विकास कार्य नहीं किए जा रहे हैं। निर्धारित कार्य योजना के अनुसार कार्य कराने की ओर प्रभारी मंत्री का ध्यान आकर्षित किया है।
तकनीकी अमले की कमीपार्षद ने ध्यान आकर्षित कराते कहा कि शहर के फोर-लेन निर्माण कार्य में शासकीय तकनीकी अमले की कमी के कारण कार्य पूर्ण तकनीक के अनुसार नहीं हो पा रहा है। इस समस्या को दूर करने के लिए लोक निर्माण विभाग सिवनी के तकनीकी यंत्रियों का मार्गदर्शन भी लिया जाए, क्योंकि उक्त कार्य का डीपीआर इन्हीं के द्वारा बनाया गया था। इस विषय पर राजस्व मंत्री ने सम्बंधित अधिकारियों से चर्चा कर उचित समाधान की बात कही है।
डीपीआर के मुताबिक होना चाहिए कामबताया कि नगर पालिका क्षेत्र में निर्माणाधीन मुख्य सडक़ मार्ग पर ज्यारत नाका जबलपुर रोड से नागपुर रोड तक आधुनिक तरीके से निर्धारित चौड़ाई की सडक़ के दोनों तरफ आधुनिक तकनीक युक्त नालों का निर्माण किए जाने के लिए डीपीआर में सब कुछ प्रस्तावित है। डीपीआर के अनुसार सडक़ निर्माण के लिए सम्बंधित विभाग को आदेशित करने की मांग की है। नगर के विकास कार्य के सम्बंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मोहन यादव, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के नाम पर जिले के प्रभारी मंत्री करण सिंह वर्मा एवं कलेक्टर संस्कृति जैन को पत्र देकर सिवनी शहर के विकास के लिए सहयोग की मांग की गई।
पक्के अतिक्रमण रहे हैं समस्यानगर पालिका क्षेत्र के मुख्य मार्ग पर हमेशा ही सडक़ के दोनों तरफ के पक्के अतिक्रमण हमेशा ही समस्या बनते रहे हैं। पूर्व में जब भी अतिक्रमण हटाने कार्रवाई की गई, कुछेक रसूखदारों के पक्के अतिक्रमण पर जाकर कार्रवाई थम जाती है। यही स्थिति नगर पालिका के सामने से शंकर मढिय़ा के आगे तक नाले की है। कई अतिक्रमणकारियों ने कॉलम नाले के बाहर तक खड़े कर रखे हैं। जिनको तोडऩे में नगरीय प्रशासन पीछे हटता रहा है। इस कारण यहां बारिश के दौरान नाला जाम होने से जल जमाव से दुकानों में पानी भरने की स्थिति बनती रही है।