पानी के बिना संकट में फसलें
यह पूरा मामला सिंचाई व्यवस्था से जुड़ा हुआ है। केवलारी विधानसभा क्षेत्र के किसान एक प्रमुख सिंचाई परियोजना से पानी की आपूर्ति का इंतजार कर रहे थे, लेकिन टेल क्षेत्र तक पानी नहीं पहुंचने से उनकी फसलें सूखने लगीं। महीनों से आवेदन और निवेदन करने के बाद भी कोई हल नहीं निकलने से किसान आक्रोशित हो गए और आखिरकार उन्होंने आंदोलन का रास्ता अपनाया।
ट्रैक्टरों के साथ हाईवे पर डटे किसान
प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ पहुंचे और मुख्य हाईवे को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया। यह स्थिति करीब तीन घंटे तक बनी रही, जिससे यातायात ठप हो गया और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। किसानों ने जमकर नारेबाजी करते हुए अपनी मांगें रखीं और प्रशासन से जल्द समाधान की मांग की। 200 करोड़ से बनेगा कैंसर अस्पताल, बागेश्वर धाम में बालाजी दर्शन के बाद पीएम मोदी करेंगे भूमिपूजन प्रशासन के आश्वासन पर माने किसान
आखिरकार, प्रशासन की ओर से एसडीएम और जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों को आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। इसके बाद ही किसानों ने आंदोलन समाप्त किया। हालांकि, इस दौरान किसानों का गुस्सा जनप्रतिनिधियों पर भी फूटा। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय नेता वादे करते हैं, लेकिन जरूरत पड़ने पर कहीं नजर नहीं आते।
सांसद को मिली खुली चेतावनी
प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेता डॉक्टर प्रमोद राय ने अपने ही पार्टी के सांसद को सार्वजनिक रूप से ललकार दिया। उन्होंने कहा कि ‘हम डंके की चोट पर सांसद को ललकारते हैं! तुम हमारे वोट से जीते हो, केवलारी विधानसभा में किसानों के वोट से जीते हो, उसके बाद भी नजरें फेर कर जाओगे।’ उन्होंने आगे कहा कि आप ललकार के जाओगे, अनदेखी करके जाओगे, तुम स्वयं सांसद और तुम्हारी पीढ़ी राजनीतिक करने की क्षमता विहीन हो जाएगी।