मुआवजा खरीफ सीजन 2023 व रबी 2023-24 का है। इस मुआवजे की राशि 92 करोड़ 72 लाख है। इस राशि को जिले के 84 हजार 251 किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दिया गया है। इस राशि के ट्रांसफर होने के साथ उन किसानों को राहत मिली है। जिन किसानों की फसल प्राकृतिक मार से तबाह हो चुकी थी। फसल बीमा कंपनी का दावा है कि यह भुगतान प्रक्रिया योजना में डिजिटल प्रक्रियाओं और ऑनलाइन दावों जल्दी हुई है। 2016 में लागू प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में प्रत्येक जिले के लिए अलग-अलग फसल बीमा कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। सीकर जिले में फिलहाल फसल बीमा का काम एआईसीएल को दिया हुआ है।
यहां के किसान हुए लाभान्वित
एआईसीएल के जिला प्रबंधक नितेश गढ़वाल ने बताया कि फसल बीमा योजना में मुआवजा मिलने से जिन किसानों की फसलें खराब हो गई थीं और नुकसान के कारण अपने बकाया लोन को नहीं चुका पाए थे वे अब मुआवजा राशि मिलने से न केवल आत्मनिर्भर होंगे। वहीं बैंकों या अन्य कर्जदाताओं से लिए गए कर्ज को समय पर चुका पाएंगे।
इन्हें मिलेगा मुआवजा
जिले में खरीफ 2023 सीजन के 59647 किसानों के आठ हजार चार सौ पच्चीस किसान और रबी 2023-24 के दौरान 24604 किसानों के खातों में ट्रांसफर किया गया है। ये किसान जिले के नीमकाथाना, पाटन, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़, नेछवा, रामगढ़ शेखावाटी, सीकर, धोद, सीकर ग्रामीण, दांतारामगढ़, रींगस, खंडेला व श्रीमाधोपुर क्षेत्र के हैं।