एक साल में 31 लाख
खाटूश्यामजी में पिछले एक साल में ही 31 लाख श्रद्धालु बढ़े हैं। 2023 में कुल 2.5 करोड़ पर्यटक ने बाबा श्याम के दर्शन किए थे, जो 2024 में 2.36 करोड़ दर्ज हुए हैं। इससे पहले कोरोना काल के बाद 2022 में 60 लाख लोग खाटूश्यामजी पहुंचे थे।सात लाख बढ़े कुल पर्यटक
यदि कुल पर्यटन की बात करें तो जिलेभर में एक साल में पर्यटकों की संख्या करीब सात लाख बढ़ी है। 2023 में जिले में 2.58 करोड़ पर्यटक पहुंचे थे, जो 2024 में 2.65 करोड़ से ज्यादा दर्ज हुए हैं।100 करोड़ का कॉरिडोर भी बढ़ाएगा संख्या
खाटूश्यामजी में राजस्थान सरकार का 100 करोड़ का कॉरिडोर भी प्रस्तावित है। जिसकी घोषणा पिछले बजट में ही की गई है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि कॉरिडोर के बाद खाटूश्यामजी में पर्यटकों की संख्या में और ज्यादा इजाफा होगा।हर्ष, शाकंभरी व जीणमाता में घटी आवक
2024 में हर्ष, शाकंभरी, जीणमाता व खंडेला में पर्यटकों की संख्या घटी है। जीणमाता में 2023 के 29.40 लाख के मुकाबले पिछले साल 17.53 लाख लोग ही पहुंचे। इसी तरह हर्ष में 2023 के 6.87 लाख के मुकाबले 2024 में 5.07 लाख व 2023 के 6.42 लाख के मुकाबले शाकंभरी में 2024 में 5.62 लाख लोग ही पहुंचे। 94 हजार की कमी के साथ खंडेला में भी 3.82 लाख पर्यटकों की ही आवक रही। लक्ष्मणगढ़ व रामगढ़ में भी पर्यटक घटे हैं।धार्मिक पर्यटन ही पहली पसंद
पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में पर्यटकों की पहली पसंद अब भी धार्मिक पर्यटन स्थल ही है। पर्यटकों की संख्या के लिहाज से पिछले साल भी खाटूश्यामजी, जीणमाता व शाकंभरी मंदिर ही जिले में टॉप-3 पसंदीदा स्थानों में रहे।खाटूश्यामजी में यूं बढ़ रहा ग्राफ
2019: 36 लाख 21 हजार 2022: 60 लाख 2023: 2.05 करोड़ 2024: 2.36 करोड़इनका कहना है…
पर्यटन विभाग पर्यटन क्षेत्रों के विकास व पर्यटकों की सुविधा बढ़ाने के लिए पूरा प्रयास कर रहा है। आने वाले समय में जिले के पर्यटन स्थलों में और सुधार देखने को मिलेगा।अनु शर्मा, उपनिदेशक, पर्यटन विभाग, सीकर