स्नेक कैचर सुशील कुमार के अनुसार अधर देवी की ओर जाने वाले मार्ग पर सुखधाम परिसर के सामने सड़क के किनारे काला सांप होने की सूचना शंकर व देवा से मिली। मौके पर जाकर देखा तो सांप पत्थरों में बैठा हुआ था। वह बार-बार मुंह बाहर निकालकर फुंकार रहा था, जिससे राहगीरों को सांप का डर सता रहा था। कड़ी मशक्कत से पत्थरों के नीचे बैठे सांप को रेस्क्यू किया।
धामण प्रजाति का विषहीन सांप करीब दस फीट का था। सांप को पकडऩे के बाद आस-पास रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली। सांप को अनादरा वन्यक्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया गया। स्नेक कैचर सुशील ने बताया कि सांपों को मारे नहीं। सभी सांप जहरीले नहीं होते हैं। प्रकृति के मित्र वन्यजीवों की संवेदनाओं को समझते हुए उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की मानसिकता बनाए रखते हुए उन्हें मारना नहीं चाहिए। सांप दिखने पर वन्यजीव प्रेमियों से संपर्क कर उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की परिपाटी को बल देना जरूरी है।