कंपनी प्रतिनिधि नहीं दे सके निर्माण एनओसी
धरनास्थल पर दोपहर तक किसी प्रशासनिक अधिकारी के नहीं पहुंचने पर विधायक डूंगरराम गेदर ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि जब तक प्रशासन मौका स्थिति स्पष्ट नहीं करेगा, तब तक धरना जारी रहेगा। इसकी सूचना मिलने पर तहसीलदार कुलदीप कस्वां मौके पर पहुंचे और नागरिकों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि कंपनी की ओर से केन्द्र सरकार से रीन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में हुए एमओयू के अनुसार निर्माण संबंधित दस्तावेज दिए थे। जिसमें कन्वर्जन की आवश्यकता नहीं होने की बात थी। इस दौरान एसडीएम संदीप काकड़ व नगरपालिका ईओ पूजा शर्मा भी मौके पर पहुंची और वार्ता की। ईओ ने कहा कि यह क्षेत्र शहरी सीमा में नहीं पेराफेरी क्षेत्र है। कन्वर्जन के संबंध में कंपनी को नोटिस जारी किया जा चुका है। जिसके बाद एसडीएम ने कंपनी प्रतिनिधियों को दस्तावेज लेकर मौके पर बुलाया लेकिन उनके पास नगरपालिका से निर्माण स्वीकृति के संदर्भ में एनओसी नहीं थी।
सात दिन का दिया अल्टीमेटम, काम बंद करने के आदेश
नागरिकों ने कहा कि कंपनी के दस्तावेजों में कहीं भी शहरी सीमा में प्लांट लगाने का उल्लेख नहीं है। वे प्लांट का विरोध नहीं कर रहे हैं, इसे शहरी सीमा से दूर लगाया जा सके। नागरिकों ने प्रशासन को गैस प्लांट से शहर को कोई खतरा नहीं होने तथा नियमानुसार निर्माण सही होने की बात लिखित में देने की मांग की। तब तक निर्माण कार्य रूकवाने की मांग की। इस पर एसडीएम ने कंपनी प्रतिनिधि को सात दिवस में नागरिकों की मांग का बिन्दुवार जवाब देने तथा सक्षम स्तर के दस्तावेज प्रस्तुत करने के आदेश दिए। साथ ही तब तक कार्य रोकने के आदेश भी जारी किए। वहीं नागरिकों के प्रदर्शन को देखते हुए डीसएपी प्रतीक मील व सिटी थानाधिकारी दिनेश सारण के नेतृत्व में भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा। इसके अलावा बीकानेर से भी पुलिस की बटालियन मौके पर तैनात रही।