पुलिस के अनुसार, 19 जून 2025 को दोनों आरोपियों ने अन्य नक्सलियों के साथ मिलकर तिम्मापुरम गांव के निवासी मुचाकी हितेश को पुलिस का मुखबिर होने के संदेह में अपहरण कर लाठी-डंडों से मारपीट की थी। इसके बाद उसका गला रस्सी से घोंटने का प्रयास किया गया। मृत समझकर उसे अधमरी हालत में छोड़कर
नक्सली जंगल की ओर भाग गए थे। पीड़ित किसी तरह बचकर निकला और बाद में थाने में मामला दर्ज कराया गया।
मुखबिर की सूचना पर 4 जुलाई को थाना चिंतलनार, चिंतागुफा और पुलनपाड़ सीआरपीएफ कैंप से पुलिस एवं सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने अभियान चलाया। उनि. विमल वट्टी, उनि. कुलदीप राय, और एसी अमन अभिषेक कुमार के नेतृत्व में टीम ने तिम्मापुरम गांव की घेराबंदी कर दोनों नक्सलियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार नक्सलियों को 5 जुलाई को न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि इस घटना में शामिल अन्य नक्सलियों की तलाश के लिए क्षेत्र में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है।