मालपुरा में कैसे भड़का विवाद?
दरअसल, सोमवार को ईद की नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोग बाहर निकले और ट्रक स्टैंड चौराहे पर एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे। स्थानीय प्रशासन के अनुसार पिछले 5 वर्षों से मालपुरा में ईद पर जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन समुदाय के कुछ लोगों ने जुलूस निकालने की कोशिश की। पुलिस ने निर्धारित मार्ग से ही जुलूस निकालने के निर्देश दिए, जिस पर विरोध शुरू हो गया।
पुलिस-प्रशासन ने संभाला मामला
बताते चलें कि स्थिति बिगड़ती देख डीएसपी आशीष प्रजापत और थाना प्रभारी चेनाराम बेड़ा मौके पर पहुंचे और हालात को नियंत्रित किया। प्रदर्शनकारियों ने जयपुर-भीलवाड़ा और दूदू-छाण स्टेट हाईवे पर जाम लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने बातचीत कर भीड़ को शांत कराया और यातायात बहाल किया।
संवेदनशीलता के चलते बढ़ाई सुरक्षा
मालूम हो कि मालपुरा संवेदनशील इलाकों में शामिल है, जहां प्रशासन ने पहले से ही अतिरिक्त सतर्कता बरती थी। लेकिन नारेबाजी और जुलूस निकालने की कोशिश से स्थिति तनावपूर्ण हो गई। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया और पूरे इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई। इस दौरान जिला प्रशासन और पुलिस ने आम जनता से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की। हालांकि अब हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं और मालपुरा में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और स्थानीय नागरिकों से संयम बरतने की अपील कर रहा है।