उदयपुर के लेकसिटी ट्रावेल्स के संचालक अब्दुल अजीज खान ने बताया कि चालक खांजीपीर निवासी मोहमद सईद और परिचालक कालू भाई बस को ले गए थे। हादसे में चालक की मौत हो गई। उदयपुर से बस रात 9 बजे 29 यात्रियों को लेकर रवाना हुई थी। इसके बाद तीन यात्री कांकरोली राजसमंद से सवार हुए थे।
हादसे में उदयपुर की बस के जलने की जानकारी सामने आने के बाद उदयपुर जिला प्रशासन ने यात्रियों की जानकारी जुटाई। ट्रावेल्स संचालक से यात्रियों की जानकारी लेने के साथ ही उनके परिजनों से संपर्क किया। कुल 34 यात्रियों में से 24 से संपर्क हो गया, लेकिन बाकी लोगों के मोबाइल स्विच ऑफ होने से संपर्क नहीं हो पाया।
परमिट रिन्यू नहीं था तो क्यों चलाई रूट पर?
बस मालिक ने दुर्घटनाग्रस्त बस का ऑल इंडिया परमिट होना और दिसबर तक टैक्स जमा होना बताया है, लेकिन, बस का परमिट रिन्यू नहीं था। उदयपुर से गई लेकसिटी ट्रेवल्स की बस का परमिट रिन्यू नहीं था। आरटीओ नेमीचंद पारीक का कहना है कि बस का बीमा, फिटनेस, टैक्स जमा था। परमिट रिन्यू नहीं होने की वजह से तो आग नहीं लगी। परमिट रिन्यू होता तो भी आग की चपेट में आना संभव था। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि परमिट रिन्यू नहीं था तो बस को रूट पर क्यों चलाया गया?
उदयपुर के ये यात्री हुए प्रभावित
-उदयपुर निवासी शाहिद पुत्र अब्दुल रहमान, (मौत)
-उदयपुर निवासी फैजान पुत्र सलीम 50 प्रतिशत, (भर्ती)
-भुवाणा बडग़ांव निवासी लक्ष्मण पुत्र डालचंद, (भर्ती)
-उदयपुर निवासी लीला पत्नी लक्ष्मण मीणा, (भर्ती)
-सराड़ा सलूबर निवासी नरेश पुत्र रूपा मीणा, (भर्ती)
-उदयपुर निवासी निर्मला-प्रहलाद कुमार, (भर्ती)
-नेवातलाई जावरमाइंस निवासी सोमराज पुत्र बंशीलाल मीणा, (भर्ती)
-मोही राजसमंद निवासी जगदीश पुत्र शंकरलाल रेगर, (लापता)
यह भी पढ़ें ये यात्री भी थे बस में
जयपुर निर्मला, शबनम डामोर, विजीता मीणा, यारुनील, हरियाणा निवासी कपिल, देवीलाल, हर्ष, दीवान सिंह, विवेक, मनीष तिवारी, साजन, सुरेंद्रसिंह चौहान, कैलाश कुमार, दयाशंकर चौबीसा, निर्मिला चौबीसा, महेश लक्षकार, नीलम लक्षकार, इशान खान, भैरुलाल लट्टा, कैलाश।