दंगल के तकनीकी अधिकारी व कुश्ती प्रशिक्षक भारती खेल प्राधिकरण डॉ. हरीश राजोरा ने बताया कि कुश्ती अंतरराष्ट्रीय नियम के अनुसार मिट्टी के अखाड़े पर हुई। मुख्य अतिथि राजस्थान कुश्ती संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष भंवर सिंह चौहान थे। दंगल में मेवाड़ केसरी प्रथम धीरज चौधरी भीलवाड़ा बने। द्वितीय कुणाल पुर, तृतीय किशन चौधरी भीलवाड़ा, मानव हनुमान गुर्जर चतुर्थ स्थान पर रहे। मेवाड़ कुमार सुमित बिश्नोई पुर प्रथम, द्वितीय करण खोखावत उदयपुर, तृतीय लोकपाल भीलवाड़ा, चतुर्थ मुकेश जाट भीलवाड़ा, मेवाड़ किशोर में प्रथम रियान शेख, द्वितीय ऋषि साहू, तृतीय अनुराग बिश्नोई, चतुर्थ रोहित बैरवा भीलवाड़ा, मेवाड़ बसंत में प्रथम अमित जाट भीलवाड़ा, द्वितीय सिद्धार्थ बिश्नोई पुर, तृतीय माइकल सासी भीलवाड़ा, चतुर्थ गुलाब माली चित्तौड़गढ़, महिला मेवाड़ केसरी प्रथम कविता माली पुर, द्वितीय पलछीन जाट उदयपुर, तृतीय सविता माली भीलवाड़ा, चतुर्थ साक्षी चित्तौड़गढ़ रहे।
दंगल में विजेता पहलवानों को नकद राशि व शील्ड प्रदान की गई। दंगल में एक से बढ़कर एक दाव देखने को मिले। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में रामनिवास गुर्जर, डॉ. हरीश राजोरा, कल्याणमल बिश्नोई, योगेंद्र सेन, महेंद्र राजोरा थे। दंगल में कई राष्ट्रीय पहलवानों ने शिरकत की। नगर पालिका अध्यक्ष नितिन सेठिया ने कहा कि आगामी समय में इससे बड़ा दंगल कराया जाएगा और बहुत सारी व्यवस्था पहलवानों को दी जाएगी।