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महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के बाद पूरा परिवार बड़ा गणेश मंदिर की ओर जा रहे थे, तभी बाबूलाल देवांगन की तबीयत खराब हुई। चक्कर आने के बाद वे मंदिर परिसर के पास ही गश खाकर गिरे। उन्हें मंदिर समिति की एंबुलेंस से पहले महाकाल मंदिर के अस्पताल और फिर चरक अस्पताल ले जाया गया। यहां पहुंचने से पहले उनकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने मौत साइलेंट अटैक(Heart Attack) से होने की आशंका जताई है।
खाली पेट मंदिर में पहुंचे, दवा भी नहीं ली
पत्नी बसंती ने बताया, महाकाल(Mahakal Temple Ujjain) के दर्शन के लिए बाबूलाल सुबह से खाली पेट थे। उन्होंने अपनी बीपी की दवाई भी नहीं ली। इस बीच अचानक उनकी सेहत बिगड़ी। महाकाल अस्पताल में उन्हें रेफर किया, लेकिन रास्ते में उनकी मौत हो गई।