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सपा सांसद को शहीद के घर जाना पड़ा भारी, ग्रामीणों ने पूछा अंतिम संस्कार में क्यों नहीं आए?

SP MP reached martyr house इटावा से स‌पा सांसद जितेंद्र दोहरे शहीद परिजनों को ढांढस बंधाने आए तो उन्हें ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने कहा कि दिखावा करने के लिए आए हैं। ‌

इटावाMay 12, 2025 / 10:01 pm

Narendra Awasthi

Sp MP reached martyr house in Etawah जम्मू कश्मीर के तंगधार में शहीद हुए सूरज सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने पहुंचे सपा सांसद जितेंद्र दोहरे को विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों का कहना था कि अंतिम संस्कार के दिन नहीं आए। अब दिखावा करने के लिए आए हैं। लोगों की शिकायत थी कि सांसद ने फोन भी नहीं उठाया। इस दौरान काफी देर तक दोनों तरफ से बातचीत होती रही। इसके पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के साथ उन्होंने सहित परिवार को ढांढस बंधाया। लोगों में अंतिम संस्कार वाले दिन प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर नाराजगी थी। भीषण गर्मी में शव को रखने के लिए फ्रीजर का भी इंतजाम नहीं था। ग्रामीणों ने इस संबंध में संसद को फोन किया तो फोन भी नहीं उठा।
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उत्तर प्रदेश के इटावा से समाजवादी पार्टी से सांसद जितेंद्र दोहरे शहीद परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए प्रेम का पुरवा गांव पहुंचे। ‌मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी मौजूद थे। सांसद जितेंद्र दोहरे ने शहीद परिजनों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि परिवार की हर तरह से मदद की जाएगी। प्रशासन से आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया। परिवार से मिलने के बाद जब सांसद जितेंद्र दोहरे बाहर निकले तो उन्हें ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा।

अंतिम संस्कार के दिन नहीं पहुंचे सांसद

ग्रामीणों में नाराजगी थी कि जिस दिन शहीद सूरज सिंह यादव का पार्थिव शरीर आया था। प्रशासनिक व्यवस्था काफी खराब थी। शव को फ्रीजर में रखने का भी इंतजाम नहीं था। जिससे लोगों में आक्रोश था। व्यवस्थाओं से क्षुब्ध ग्रामीणों ने संसद को फोन कर मदद मांगनी चाहिए। लेकिन संसद का फोन नहीं उठा। इससे भी ग्रामीणों में नाराजगी थी।

थोड़ी देर बाद चले गए

सांसद जितेंद्र दोहरे ने ग्रामीणों को समझने का प्रयास किया। बोले अंतिम संस्कार वाले दिन काफी व्यस्तता थी। इसलिए नहीं आ पाए। ‌जबकि ग्रामीणों का कहना था कि सांसद ने शहीद के प्रति सम्मान नहीं दिखाया। जनप्रतिनिधि होने का फर्ज भी नहीं निभाया। थोड़ी देर बाद सांसद वहां से चले गए।

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